आजाद पार्क के लोटस पांड में खिलेंगे कई रंग के कमल Prayagraj News
संगम के आसपास और विभिन्न घाटों पर नई नावों के साथ ही पुरानी नावों में रंग-रोगन कराया जा रहा है। नावों से ही किला घाट से अरैल घाट की ओर श्रद्धालुओं का आना-जाना होता है।
प्रयागराज, जेएनएन। अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क स्थित लोटस पांड (कमल ताल) में कई रंगों के कमल लगाए जाएंगे। इससे पार्क का आकर्षण और बढ़ जाएगा। एनजीटी ने इस पांड के सौंदर्यीकरण के लिए प्रस्ताव तैयार कराए जाने के लिए उद्यान विभाग को निर्देश दिए हैैं। इसके लिए कवायद शुरू हो गई है।
खिलेंगे कई रंगों के फूल
लोटस पांड में जल्द ही कई रंगों के कमल के फूल के पौधे लगाए जाएंगे। पार्क के बीच में स्थित इस पांड के संरक्षण के लिए एनजीटी ने कदम बढ़ाया है। ओवरसाइट कमेटी के चेयरमैन न्यायमूर्ति राजेश कुमार ने पांड का निरीक्षण कर इसके संरक्षण और सौंदर्यीकरण पर जोर दिया है। ब्रिटिश काल के इस कमल ताल में पानी की उत्तम व्यवस्था के लिए उसी समय लोहे की टंकी बनवाई गई थी, जो अब प्रयोग में नहीं है। इस ताल में अभी कछुए और मछली डाली गई हैैं। जल्द ही ताल में कमल के फूल खिलेंगे।
मेले के लिए बनने लगी नाव
माघमेले के लिए छोटी-बड़ी नावें बनने लगीं हैैं। संगम के आसपास और विभिन्न घाटों पर नई नावों के साथ ही पुरानी नावों में रंग-रोगन कराया जा रहा है। नावों से ही किला घाट से अरैल घाट की ओर श्रद्धालुओं का आना-जाना होता है। माघमेला अगले माह 10 जनवरी से शुरू हो रहा है मगर नावों का निर्माण अभी से ही प्रारंभ हो गया है। बड़ी संख्या में नाविक नाव बनवाने में जुट गए हैैं। नाव बनाने के लिए महेवा, अरैल, लवायन, छतनाग, मवैया, सेमरहा, नीबी के कारीगर जुटे हैैं। रामकुमार निषाद और शिव प्रसाद ने बताया कि हर साल डेढ़ सौ से दो सौ छोटी-बड़ी नई नावें बनती हैैं। यही नहीं पुरानी सभी नावों में मरम्मत के साथ ही उनका रंग-रोगन भी कराया जाता है।