प्रतापगढ़ के चेयरमैन हिरासत में, दूसरे पक्ष पर भी कार्रवाई, पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर पकड़ा

कूट रचित दस्तावेज से जमीन का एग्रीमेंट करने के कारण पुलिस ने नुरुल हक के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर हिरासत में लिया। एक पक्ष के प्रतापगढ़ में मानिकपुर चेयरमैन भी हिरासत में हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 15 Aug 2020 02:23 PM (IST) Updated:Sat, 15 Aug 2020 04:50 PM (IST)
प्रतापगढ़ के चेयरमैन हिरासत में, दूसरे पक्ष पर भी कार्रवाई, पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर पकड़ा
प्रतापगढ़ के चेयरमैन हिरासत में, दूसरे पक्ष पर भी कार्रवाई, पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर पकड़ा

प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ जिले के मानिकपुर टाउन एरिया के चेयरमैन अबू जैद पर जबरन नुरुल की जमीन कब्जा करने और हरा पेड़ काटने का मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस ने मौके पर जाकर जांच की। वहां सात हरा पेड़ कटा मिला। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके चेयरमैन को पुलिस अधीक्षक कार्यालय से हिरासत में ले लिया था। वहीं पुलिस ने दूसरे पक्ष पर भी कार्रवाई की है। धोखाधड़ी में केस दर्ज कर उसे हिरासत में लिया गया है।

कूट रचित दस्तावेज से जमीन का एग्रीमेंट किया था

इस मामले में एसडीएम और सीओ सदर ने मौके पर जाकर जांच की। वहां अजय चौरसिया ने बताया कि दो लाख रुपये उसने नुरुल हक को दिया था लेकिन जमीन पर कब्जा नहीं मिला। बाद में चेयरमैन अबू ने नुरुल से 70 लाख रुपये में ढाई बीघे जमीन का सौदा किया। साथ ही 20 लाख रुपये एडवांस दिया। हालांकि नुरुल से उन्हें भी जमीन पर कब्जा नहीं मिला। जमीन नुरुल के पिता के नाम थी। हालांकि उसने कूट रचित दस्तावेज से जमीन का एग्रीमेंट किया था। इस पर पुलिस ने नुरुल हक के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करके उसे हिरासत में ले लिया है।

जमीनी विवाद में मारपीट, चार घायल

उधर थरवई थाना क्षेत्र के इस्माइलगंज गांव में जमीनी विवाद में दो पक्षों में मारपीट हो गई। गांव निवासी उर्मिला देवी का पड़ोस के रामसेवक से आबादी की जमीन को लेकर विवाद है। आरोप है कि रामसेवक पक्ष के लोग उर्मिला देवी की भैंस को खोलकर खूंटा उखाडऩे लगे। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। इसमें उर्मिला देवी, आरती देवी व रूबी के साथ दूसरे पक्ष से भी लोग घायल हुए हैं।

हरे पेड़ों को कटवा दिया

सरायइनायत के मलखानपुर समेत तीन गांवों में कुछ लोगों ने महुआ, चिलबिल, नीम समेत करीब दो दर्जन हरे पेड़ों को कटवा दिया। इसकी सूचना पर वन विभाग के एसडीओ रामानुज त्रिपाठी, रेंजर अशोक साहू व वन दरोगा दिनेश दुबे मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल की। काटे गए पेड़ों के मलवे को कब्जे में लिया। इसके साथ ही वन माफियाओं को चिन्हित किया।

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