महंत नरेंद्र गिरि की बहन उर्मिला के नहीं रुक रहे आंसू, बहनोई ने कहा- महंत नहीं कर सकते आत्महत्या
श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी पहुंचने के बाद महंत नरेंद्र गिरि की बहन हो गईं। उन्होंने कहा कि 12 वीं की शिक्षा ग्रहण करने के बाद उनके भाई नरेंद्र गिरी ने संन्यास ग्रहण कर लिया था। उसके बाद से उनकी कभी अपने भाई नरेंद्र गिरी से मुलाकात नहीं हुई।
प्रयागराज, जेएनएन। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की रहस्यमय मौत से उनके नात-रिश्तेदार भी गमगीन हैं, वे अवाक हैं। नरेंद्र गिरि की बहन उर्मिला सिंह की ससुराल प्रतापगढ़ जनपद के मानधाता के पनियारी गांव में है। घटना की जानकारी पाने पर परिवार में शोक छा गया है। गांव के लोग रात से ही संवेदना जताने उनके घर पहुंचने लगे थे।
प्रतापगढ़ निवासी बहन-बहनोई प्रयागराज पहुंचे
मंगलवार को सुबह महंत की बहन उर्मिला व बहनोई भागीरथी सिंह समेत स्वजन प्रयागराज पहुंचे, ताकि अंतिम दर्शन कर सकें। श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी पहुंचने के बाद महंत नरेंद्र गिरि की बहन हो गईं। उन्होंने कहा कि 12 वीं की शिक्षा ग्रहण करने के बाद उनके भाई नरेंद्र गिरी ने संन्यास ग्रहण कर लिया था। उसके बाद से उनकी कभी अपने भाई नरेंद्र गिरी से मुलाकात नहीं हुई।
नरेंद्र गिरि ने मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग की
महंत नरेंद्र गिरि के बहनोई भागीरथी सिंह ने मीडिया से कहा कि महंत जी दूसरों को ज्ञान देने थे, ऐसे में वह आत्महत्या कैसे कर सकते हैं। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके निधन की पीड़ा हम सभी को है, सहसा विश्वास नहीं हो पा रहा है कि अब वे हमारे बीच नहीं रहे।