Mahant Narendra Giri Death Case: सुसाइड नोट में हस्ताक्षर संभवत: महंत के, लिखावट की हो रही जांच

Mahant Narendra Giri Death Case महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्‍ध मौत के तमाम पहलुओं की जांच के साथ ही सुसाइड नोट का सच भी तलाशा जा रहा है। सुसाइड नोट को फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भिजवाया गया है। जहां से अब तक कोई रिपोर्ट नहीं आई है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 03:33 PM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 03:33 PM (IST)
Mahant Narendra Giri Death Case: सुसाइड नोट में हस्ताक्षर संभवत: महंत के, लिखावट की हो रही जांच
फोरेंसिक लैब में महंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट के हस्‍ताक्षर व लिखावट की जांच की जा रही है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु के मामले में उनके कमरे से बरामद सुसाइड नोट की जांच अभी फोरेंसिक लैब में चल रही है। हालांकि इसी बीच यह भी करीब-करीब साफ हो गया है कि सुसाइड नोट में किए गए हस्ताक्षर महंत नरेंद्र गिरि के ही हैं। जबकि सुसाइड नोट में लिखी गई अन्य बातें उनके द्वारा लिखी गईं या किसी और से लिखाई गईं, यह अभी साफ नहीं हो सका है।

12 पेज का महंत के कमरे से मिला था सुसाइड नोट

महंत नरेंद्र गिरि का शव जिस कमरे में मिला था, वहां 12 पेज का सुसाइड नोट भी बरामद किया गया था। आठ पेज 13 सितंबर को लिखे गए थे, जबकि चार पेज 20 सितंबर को। सभी पेजों में उनके हस्ताक्षर थे। शुरू से ही सुसाइड नोट को लेकर तरह-तरह की बातें हो रही हैं। कोई इसे फर्जी बता रहा है तो कोई इसे एक साजिश का हिस्सा। मामले की जांच शुरुआत में एसआइटी ने की और अब वह सीबीआइ के हवाले है। तमाम पहलुओं की जांच के साथ ही सुसाइड नोट का सच भी तलाशा जा रहा है। सुसाइड नोट को फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भिजवाया गया है। जहां से अब तक कोई रिपोर्ट नहीं आई है।

हस्‍ताक्षर में कुछ जगह 'रि' की मात्रा में विराधाभास

इधर महंत के आधार कार्ड, पेन कार्ड, बैंक में किए गए हस्ताक्षर भी जुटाए गए। सूत्रों के मुताबिक सीबीआइ के अफसरों ने हस्ताक्षर का मिलान किया। जैसा शुरुआत में एसआइटी ने किया था। इसमें सुसाइड नोट में किया गया हस्ताक्षर हूबहू उसी प्रकार से है, जहां महंत हस्ताक्षर करते थे। कुछ जगहों जो विरोधाभास है, जैसे 'रि' की मात्रा कभी आगे-पीछे है। हालांकि जिस प्रकार से हस्ताक्षर किए गए हैं, उससे लगभग यह साफ हो चला है कि सुसाइड नोट में महंत के ही हस्ताक्षर हैं। हालांकि 12 पेज में लिखी गईं अन्य बातें महंत नरेंद्र गिरि ने स्वयं लिखी है या उन्होंने किसी से इसे लिखवाया है, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। सूत्रों के अनुसार जल्द ही फोरेंसिक  लैब से रिपोर्ट आ जाएगी और तब काफी हद तक मामला साफ हो जाएगा।

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