किन्नर अखाड़ा के महामंडलेश्वर बोले, मतदान जरूर करें, यह है सबसे जरूरी काम
आज भी बड़ा वर्ग मतदान का उद्देश्य नहीं समझ पा रहा है। कुछ लोग दुष्प्रचार कर मतदाताओं को भ्रमित करने में सफल हो रहे हैं। यही वजह है कि तमाम मतदाता मत की कीमत लगाने लगते हैं। यह विचार किन्नर अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी कल्याणी नंद गिरी ने व्यक्त किए
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। जानकारी के अभाव में आज भी बड़ा वर्ग मतदान का उद्देश्य नहीं समझ पा रहा है। कुछ लोग दुष्प्रचार कर मतदाताओं को भ्रमित करने में सफल हो रहे हैं। यही वजह है कि तमाम मतदाता मत की कीमत लगाने लगते हैं। यह विचार केपी इंटर कालेज सभागार में किन्नर अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी कल्याणी नंद गिरी ने व्यक्त किए। मतदाता जागरूकता अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में किन्नर अखाड़ा के महामंडलेश्वर ने आह्वान किया कि जाति, नस्ल, भाषा, धर्म आदि के नाम पर मतदान न करें। राष्ट्र हित को सोचकर निर्णय लें। आप का मत अनमोल है, मतदाता सूची में नाम डलवाएं और मतदान के दिन वोट डालने भी जरूर जाएं। इसके लिए प्रत्येक विद्यार्थी अपने अभिभावकों को प्रेरित करें। इस मौके पर प्रधानाचार्य डा. योगेंद्र सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में दिनेश श्रीवास्तव, उमेश खरे, सुदीप कुमार, राकेश कुमार, ओपी सिंह, फातिमा बानो आदि मौजूद रहीं।
सपा के बढ़ते जनाधार से बौखला गई है भाजपा
प्रयागराज : समाजवादी पार्टी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव हरिशचंद्र प्रजापति ने बुधवार को करेली में आयोजित कार्यक्रम सम्मेलन में कहा कि सपा के बढ़ते जनाधार से भाजपा बौखला गई है। वे गलत बयानबाजी कर रहे हैं। विकास कार्य के नाम पर सिर्फ फीता काटने का काम किया है। सभी विकास कार्य की नींव सपा सरकार में रखी गई थी।उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराध का ग्राफ इस कदर बढ़ा है कि हर व्यक्ति अपने को असुरक्षित महसूस कर रहा है। महिलाएं घर से निकलने में डरती हैं। इसके बाद उन्होंने प्रदेश सचिव नंदलाल निषाद नंदा के आवास पर समीक्षा बैठक की। इसमें आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चल रही तैयारियों की बिंदुवार जानकारी ली। कार्यकर्ताओं से कहा कि वहीं पार्टी की रीढ़ हैं और उन्हीं की बदौलत वर्ष 2022 में सपा की सरकार बनेगी। इस दौरान नंदलाल निषाद नंदा, महानगर अध्यक्ष महिला सभा मंजू यादव, स्मिता जायसवाल, कुसुम प्रजापति, राहुल निषाद, राकेश वर्मा, अजय यादव, विशाल निषाद आदि रहे।