Magh Mela 2021 : प्रख्यात कथावाचक मोरारी बापू ने संगम का किया दर्शन, बोले- जल्द निकलेगा किसान आंदोलन का हल
एयरपोर्ट से मोरारी बापू सीधे संगम गए। वहां संगम के घाट पर मत्था टेककर ध्यान लगाया। फिर माघ मेला क्षेत्र स्थित संतोष दास के शिविर के साधना कक्ष में प्रवास किया। वेब सीरीज तांडव की निंदा करते हुए कहा कि किसी की भावनाएं आहत करने वाली फिल्में नहीं बननी चाहिए।
प्रयागराज, जेएनएन। दिल्ली की सीमा पर किसान अपने हक के लिए बैठे हैं। ठंड की मार झेलते हुए आवाज उठा रहे हैं। वहीं, केंद्र की सरकार भी किसानों के मुद्दे पर गंभीर है। दोनों पक्ष अच्छे माहौल में बातचीत कर रहे हैं। उसे देखकर लगता है कि किसान आंदोलन का हल जल्द निकलेगा। यह कहना है कि प्रख्यात कथावाचक मोरारी बापू का। भावनगर गुजरात से चार्टर प्लेन के जरिए मोरारी बापू गुरुवार की दोपहर बमरौली एयरपोर्ट पहुंचे। खाकचौक व्यवस्था समिति के महामंत्री महामंडलेश्वर संतोषदास 'सतुआ बाबा के नेतृत्व में उनका स्वागत हुआ।
'नहीं बननी चाहिए धार्मिक भावनाएं आहत करने वाली फिल्में
एयरपोर्ट से मोरारी बापू सीधे संगम गए। वहां संगम के घाट पर मत्था टेककर ध्यान लगाया। फिर माघ मेला क्षेत्र स्थित संतोष दास के शिविर में बने 'साधना कक्ष में प्रवास किया। वेब सीरीज 'तांडव की निंदा करते हुए कहा कि किसी की भावनाएं आहत करने वाली फिल्में नहीं बननी चाहिए। ऐसी फिल्में बनाने का क्या फायदा जब बाद में माफी मांगनी पड़े? यह परंपरा बंद होनी चाहिए।
माघ मेला कराना योगी सरकार का सराहनीय निर्णय
मोरारी बापू ने प्रयागराज में लगे माघ मेला की व्यवस्था पर प्रसन्नता व्यक्त की। कहा कि कोरोना संक्रमण काल होने के बावजूद माघ मेला पूरी परंपरा से कराना प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सराहनीय निर्णय है। उन्होंने मेला में बेहतर व्यवस्था कराई है। यहां आकर उन्हें आत्मीय संतुष्टि मिली है। बापू मेला क्षेत्र में प्रवास करने वाले संतों से मुलाकात की। वो शुक्रवार को कथा कहने के लिए कुशीनगर के लिए प्रस्थान करेेंगे।