Magh Mela 2021 : कोरोना वायरस संक्रमण के बीच माघ मेला कैसे बसाया जाए, इस पर संतों से दी सलाह

Magh Mela 2021 माघ मेला 2021 को सकुशल संपन्‍न कराने में सबसे बड़ी चुनौती कोरोना संक्रमण है। बंदिशों के बीच मेला कैसे बसाया जाए इस संबंध में अधिकारी अब महात्माओं से राय मांग रहे हैं। महात्‍माओं ने अपनी ओर से प्रशासन को राय भी दी है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 21 Sep 2020 02:00 PM (IST) Updated:Mon, 21 Sep 2020 02:00 PM (IST)
Magh Mela 2021 : कोरोना वायरस संक्रमण के बीच माघ मेला कैसे बसाया जाए, इस पर संतों से दी सलाह
Magh Mela 2021 will organize on Ganga-Yamuna Ghat in Prayagraj

प्रयागराज, जेएनएन। Magh Mela 2021 कोरोना वायरस के संक्रमण काल में इस बार प्रयागराज के माघमेला में कोई व्‍यवधान नहीं आएगा। माघ मास में संगम तीरे कल्पवास की परंपरा बरकरार रखते हुए जनवरी 2021 में भी प्रयागराज में मेला का आयोजन होगा। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रतिनिधिमंडल को आश्‍वासन दे चुके हैं। वहीं उप मुख्‍यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी हरी झंडी दी है। उनके निर्देशों के क्रम में जिले के अफसर अब संत-महात्माओं से चर्चा में जुट गए हैैं। उम्मीद है कि मेले की तैयारी अक्टूबर से शुरू भी हो जाएगी।

सबसे बड़ी चुनौती कोरोना वायरस का संक्रमण है
माघ मेला 2021 को लेकर सबसे बड़ी चुनौती कोरोना वायरस का संक्रमण है। बंदिशों के बीच मेला कैसे बसाया जाए? शासन स्तर से इसके लिए हरी झंडी दिए जाने के बाद अधिकारी इस संबंध में महात्माओं से राय मांग रहे हैं। आचार्यबाड़ा, दंडी स्वामीनगर, खाकचौक के महात्माओं से संपर्क स्थापित किया जा रहा है। सलाह ली जा रही है कि मेला कैसे व किन सावधानियों के साथ बसाया जाए?

आयोजन को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी

मेला बसाने के लिए प्रशासन अक्टूबर महीने से तैयारी में जुट जाता है। जमीन का समतलीकरण, चकर्ड प्लेट बिछाकर बिजली के खंभे लगाने के साथ पेयजल की पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू करा दिया जाता है। नवंबर के अंत और जमीन में जमीन तथा सुविधाओं का वितरण होता है। मेले में कराए जाने वाले कार्यों के लिए जुलाई-अगस्त में ही निविदा निकलने लगती थी। वहीं इस बार कोरोना संक्रमण के कारण आयोजन को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी।

प्रशासन को संतों ने दिए यह सुझाव
कुंभ की तर्ज पर माघ मेला का फैलाव किया जाए। हर शिविर पांच गज की दूरी पर लगें। एंटी लार्वा छिड़काव की तर्ज पर शिविरों का प्रतिदिन सैनिटाइजेशन कराया जाए।
-स्वामी ब्रह्माश्रम, अध्यक्ष, अखिल भारतीय दंडी संन्यासी परिषद

मेला क्षेत्र के हर सेक्टर में अस्पताल बनता है। वहां क्वारंटाइन सेंटर का प्रबंध होना चाहिए। संतों व श्रद्धालुओं के लिए मास्क लगाना अनिवार्य किया जाए।
-स्वामी रामतीर्थ दास, खाकचौक

स्नान घाटों का अतिरिक्त प्रबंध होना चाहिए। प्रमुख स्नान पर्वों पर घाट पर सेनिटाइजेशन का प्रबंध हो। धार्मिक संस्थाओं व दुकानों को परेड ग्राउंड में जगह दी जाए।
-जगद्गुरु स्वामी महेशाश्रम, पीठाधीश्वर सनातन ज्ञान पीठ

हर शिविर को दूर-दूर लगाएं, सेनिटाइजेशन अनिवार्य रहे। हर शिविर संचालक सेनिटाजेशन, थर्मल स्कैनर का प्रबंध करें। भंडारे में दो गज की दूरी का ख्याल रखा जाए।
-परमहंस प्रभाकर जी महाराज

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