जयकारों के बीच हुई माधव परिक्रमा

द्वादश माधव परिक्रमा की अनौपचारिक शुरूआत रविवार को संगम तट पर पूजन अर्चन के बाद हुई। परिक्रमा की विधिवत शुरूआत श्रावण मास में होगी। तट पर संतों के साथ भक्तों की उपस्थिति रही।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 May 2018 06:00 AM (IST) Updated:Mon, 28 May 2018 06:00 AM (IST)
जयकारों के बीच हुई माधव परिक्रमा
जयकारों के बीच हुई माधव परिक्रमा

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : तीर्थराज प्रयाग के लिए रविवार की सुबह आशा व विश्वास की नई किरण लेकर आयी। वह थी द्वादश माधव परिक्रमा की अनौपचारिक शुरुआत।

प्रयाग की धार्मिक, पौराणिक व सांस्कृतिक महत्व को जीवंत करने के लिए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी, पुलिस, प्रशासनिक अधिकारियों के साथ श्रद्धालुओं का संगम तट पर जमघट लगा। मंत्रोच्चार के बीच सबने संगम पर पूजन कर आरती उतारी, उसके बाद माधव का जयकारा लगाते हुए परिक्रमा शुरू की। कारवां बड़े हनुमान मंदिर, वेणी माधव, मनकामेश्वर, मौज गिरि मंदिर, मनोहर माधव, गदा माधव, पद्म माधव, चक्र माधव, बिंदु माधव मंदिर पर गया। वहां अभी तक हुए कार्यो की रिपोर्ट तैयार की। जो काम बचे हैं उसे जुलाई माह तक पूरा करने का मंडलायुक्त ने निर्देश दिया। सारा काम पूरा होने पर श्रावण मास में द्वादश माधव परिक्रमा की विधिवत शुरुआत होगी।

द्वादश माधव की परिक्रमा 1991 से बंद थी। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि व महामंत्री महंत हरि गिरि ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को परिक्रमा के धार्मिक महत्व से अवगत कराया था। उन्होंने मुख्यमंत्री से द्वादश माधव मंदिरों का जीर्णोद्धार कराकर परिक्रमा शुरू कराने की मांग की थी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रशासन ने उस दिशा में काम करना शुरू किया। मंडलायुक्त डॉ. आशीष गोयल ने कहा कि द्वादश माधव मंदिरों का जीर्णोद्धार एवं सुंदरीकरण करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने कहा कि द्वादश माधव मंदिरों को जल्द उत्कृष्ट व्यवस्था मुहैया कराने की दिशा में दिन-रात काम चल रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक केपी सिंह ने कहा कि हर जगह सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था होगी।

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होना है यह काम

द्वादश माधव मंदिरों तक हर व्यक्ति आसानी से पहुंच सके उसके लिए मार्ग व्यवस्थित किए जाएंगे। परिसर में सोलर लाइट, रिटेनिंग वॉल, बाउंड्री वॉल, सत्संग हाल, चबूतरा, भव्य गेट, शौचालय, स्नानागार, रेलिंग, फर्श, पीने का पानी, शेड, बेंच की व्यवस्था होगी।

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