धनुष टूटते ही लगे प्रभु श्रीराम के जयकारे

ऐतिहासिक एवं पौराणिक श्रृंगी ऋषि की पूज्य स्थली श्रृंगवेरपुर धाम में वर्षों से नवरात्र में रामलीला का मंचन किया जाता है। इसी उपलक्ष्य में धनुष तोड़ने के बाद माता सीता और प्रभु श्रीराम के विवाह का मंचन किया गया। रामलीला का मंचन देख दर्शक भाव विभोर हो गए। दर्शकों ने कलाकारों का उत्साह भी बढ़ाया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 12:52 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 05:02 AM (IST)
धनुष टूटते ही लगे प्रभु श्रीराम के जयकारे
धनुष टूटते ही लगे प्रभु श्रीराम के जयकारे

संसू, श्रृंगवेरपुर : ऐतिहासिक एवं पौराणिक श्रृंगी ऋषि की पूज्य स्थली श्रृंगवेरपुर धाम में वर्षों से नवरात्र में रामलीला का मंचन किया जाता है। इसी उपलक्ष्य में धनुष तोड़ने के बाद माता सीता और प्रभु श्रीराम के विवाह का मंचन किया गया। रामलीला का मंचन देख दर्शक भाव विभोर हो गए। दर्शकों ने कलाकारों का उत्साह भी बढ़ाया।

श्रीराम आयोजन समिति के तत्वावधान में कलाकारों ने धनुष यज्ञ का मंचन किया। हनुमानगढ़ी राम चौरा घाट, महंत स्वामी कमल नयन दास महाराज और राघव दास महाराज की उपस्थिति में कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कलाकारों द्वारा धनुष यज्ञ का शानदार मंचन किए जाने की सूचना पर आसपास के दर्शकों ने मुख्य रूप से प्रतिभा किया। मंचन के दौरान धनुष तोड़ने पर दर्शकों की निगाहें टिकी रहीं। प्रभु श्रीराम के धनुष तोड़ते ही गगनभेदी जय कारे लगने लगे। राजा जनक के धनुष तोड़ने की शर्त पूरी होने के बाद माता सीता और प्रभु श्रीराम का विवाह और वरमाला का मंचन देख दर्शक भाव विभोर हो गए। कलाकारों की शानदार प्रस्तुति ने दर्शकों को टकटकी बांधे रहने पर मजबूर कर दिया। धनुष यज्ञ में मनीष द्विवेदी ने प्रभु श्रीराम, वैभव ने माता सीता, अमित द्विवेदी ने भाई लक्ष्मण, रमेश सेन ने राजा जनक, विद्या कांत द्विवेदी ने रावण, राजू शुक्ला ने वाणासुर और ओमप्रकाश द्विवेदी ने मंत्री का किरदार अदा किया। समिति अध्यक्ष नरसिंह नारायण ने संत महात्मा और आसपास के गांव से आए दर्शकों का आभार जताया। इस अवसर रामनरेश, विश्वंभर प्रसाद, नारायण सिंह, रामकैलाश, रजत कुमार, अशोक कुमार, वीरकैलाश, रत्नेश, राजकुमार यादव, कौशलेंद्र नाथ आदि मौजूद रहे।

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