Excise Department: तो श्रावस्ती की तरह प्रयागराज में भी होगी पुलिसकर्मियों के वेतन से राजस्व की भरपाई
बिना आबकारी इंस्पेक्टर को साथ लिए दुकानों पर पुलिस द्वारा जांच करने पर सवाल उठने लगे हैं। साथ ही इंटरनेट मीडिया पर श्रावस्ती के डीएम का पत्र भी वायरल हो रहा है जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों के वेतन से राजस्व की भरपाई करने का निर्देश जारी किया गया है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। लाइंसेंसी भांग की दुकानों पर जांच और छापेमारी के मसले पर अब पुलिस और आबकारी विभाग के बीच खींचतान शुरू हो गई है। बिना आबकारी इंस्पेक्टर को साथ लिए दुकानों पर पुलिस द्वारा जांच करने पर सवाल उठने लगे हैं। साथ ही इंटरनेट मीडिया पर श्रावस्ती के डीएम का पत्र भी वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों के वेतन से राजस्व की भरपाई करने का निर्देश जारी किया गया है।
दुकानदारों ने जताया पुलिस की जांच पर विरोध
कुछ दिन पहले यहां भी प्रयागराज पुलिस ने चौफटका और हाईकोर्ट पानी टंकी के पास भांग दुकानों की जांच की थी। साथ ही दुकान की आड़ में गांजा बेचने के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद मंगलवार को भी कई भांग की दुकान पर पुलिस टीम पहुंची और वहां जांच करते हुए लाइसेंसधारकों को सख्त निर्देश दिए। बताया जाता है कि पुलिस की इस जांच को नियम विरुद्ध बताते हुए कुछ दुकानदारों ने आबकारी अफसरों से इसकी शिकायत की। यह भी कहा कि बिना आबकारी निरीक्षक को साथ लिए पुलिस दुकानों पर आ रही है।
पुलिस का तर्क, गांजा बिक्री की सूचना पर की जांच
दुकानों की शिकायत पर आबकारी अधिकारियों ने भी आपत्ति जताते हुए कहा कि नियमानुसार आबकारी इंस्पेक्टर को साथ लेकर ही किसी लाइसेंसी शराब या भांग की दुकान की जांच पुलिस कर सकती है। यदि आबकारी निरीक्षक नही है तो जांच करने वाला राजपत्रित पुलिस अधिकारी होना चाहिए। इंटरनेट मीडिया पर श्रावस्ती डीएम का पत्र का हवाला दिया जा रहा है कि जिस तरह से वहां शराब की दुकान बंद करने पर पुलिसकर्मियों के वेतन से राजस्व की भरपाई होने का आदेश हुआ है, वैसा यहां भी हो सकता है। हालांकि पुलिस का इस पर तर्क है कि भांग की आड़ में गांजा बिक्री की सूचना पर दुकानों में जांच की जा रही है। उल्लेखनीय है कि पुलिस भांग की दुकानों में गांजा और स्मैक की बिक्री करने पर पहले भी गिरफ्तारी कर चुकी है। भांग की दुकानों के सेल्समैन और लाइसेंस धारक पर भी गांजा बिक्री के आरोप में कार्रवाई की जा चुकी है।