कैसे आए आत्मनिर्भरता जब बड़ी संख्या में लंबित हैं रोजगार सृजन के आवेदन

योजनाओं के तहत बैंक ऑफ बड़ौदा भारतीय स्टेट बैंक पंजाब नेशनल बैंक यूको बैंक बैंक ऑफ इंडिया सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया सहित नौ बैंकों में आवेदन किए गए हैं। इसमें से सबसे अधिक फाइल बैंक ऑफ बड़ौदा भारतीय स्टेट बैंक सहित अन्य में लंबित पड़ी है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 04:05 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 04:05 PM (IST)
कैसे आए आत्मनिर्भरता जब बड़ी संख्या में लंबित हैं रोजगार सृजन के आवेदन
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के तहत कुल 65 आवेदन हुए थे।

प्रयागराज, जेएनएन। शासन ने बेरोजगार लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से जिला उद्योग विभाग में एक जनपद-एक उत्पाद योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना सहित अन्य योजनाएं संचालित की है। इन योजनाओं के तहत बेरोजगार लोगों से आवेदन लिए गए हैं। प्रतापगढ़ में इन तीनों योजनाओं में अधिकांश फाइल लंबित पड़ी है।  

65 आवेदन में महज 17 को स्वीकृति

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के तहत कुल 65 आवेदन हुए थे। केवल 17 की स्वीकृति मिली।  इसी तरह मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना में 30 के सापेक्ष चार की स्वीकृति हुई। वहीं एक जनपद-एक उत्पाद योजना में 21 लोगों ने आवेदन किया था। एक भी फाइल स्वीकृति नहीं की गई। इस तरह से इन सभी योजनाओं में 180 आवेदन लंबित पड़े हैं। बैंक से ऋण स्वीकृत न होने से लोग कोई आंवला सहित अन्य उद्योग नहीं लगा पा रहे हैं। वह बैंक और जिला उद्योग कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। बैंकों के असहयोग से शासन की महत्वाकांक्षी योजना पानी में फिरती नजर आ रही है।

बैंक ऑफ बड़ौदा में सबसे अधिक लंबित

योजनाओं के तहत बैंक ऑफ बड़ौदा, भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, यूको बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया सहित नौ बैंकों में आवेदन किए गए हैं। इसमें से सबसे अधिक फाइल बैंक ऑफ बड़ौदा, भारतीय स्टेट बैंक सहित अन्य में लंबित पड़ी है। इन सभी बैंकों में 50 से अधिक फाइल निरस्त कर दी गई है। उपायुक्त उद्योग दिनेश कुमार चौरिसया का कहना है कि बैंक प्रबंधक का सहयोग नहीं मिल रहा है। इस वजह से 100 से अधिक फाइल बैंक में लंबित पड़ी है। इसे लेकर डीएम व सीडीओ को पत्र लिखा गया है।

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