ROB: दिघिया और बादपुर उपरहार क्रासिंग पर आरओबी बनेगा और दूर होगी जाम की समस्या
जमीन मिलने के बाद ओवरब्रिज का निर्माण शुरू हो जाएगा। इससे बनने से गंगा किनारे के सैकड़ों गांवों के लोगों को मिर्जापुर रोड पर जाने के लिए आवागमन बेहतर हो जाएगा।दरअसल दिल्ली हावड़ा रेल रूट के बराबर में डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर (डीएफसी) का ट्रैक बनाया जा रहा है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। दिल्ली-हावड़ा रेल रूट पर मेजा तहसील में दिघिया और बादपुर उपरहार रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज का निर्माण कराया जाएगा। ओवरब्रिज के लिए किसानों से करीब डेढ़ हेक्टेयर जमीन ली जाएगी। आपसी सहमति से जमीन लेने के लिए लोक निर्माण विभाग के अधिकारी किसानों से वार्ता करेंगे।
टू लेन बनाएंगे ब्रिज, करीब डेढ़ हेक्टेयर जमीन चाहिए
जमीन मिलने के बाद ओवरब्रिज का निर्माण शुरू हो जाएगा। इससे बनने से गंगा किनारे के सैकड़ों गांवों के लोगों को मिर्जापुर रोड पर जाने के लिए आवागमन बेहतर हो जाएगा।दरअसल दिल्ली हावड़ा रेल रूट के बराबर में डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर (डीएफसी) का ट्रैक बनाया जा रहा है। इसका पूरा ट्रैक नॉन स्टाप होगा। इसके रास्ते में जितनी भी रेलवे क्रासिंग आ रही हैं, वहां पर या तो अंडरपास बनेगा या ओवरब्रिज। ऐसे ही प्रयागराज से पंडित दयाल उपाध्यक्ष जंक्शन के बीच मेजा तहसील के मांडा ब्लाक क्षेत्र में दिघिया और बादपुर उपरहार में रेलवे क्रासिंग है। गंगा कछार के सैकड़ों गांव के लोग इस क्रासिंग को पार करके ही मिर्जापुर रोड पर जाते हैं। अभी इस क्रासिंग पर रोजाजा लंबा जाम लगा है। अब इधर से डीएफसी गुजर रहा है इसलिए दोनों रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज का निर्माण कराया जाएगा। ओवरब्रिज के निर्माण के लिए यहां पर सर्वे हो चुका है।
आपसी सहमति बनाकर जमीन ली जाएगी
लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड अधिशासी अभियंता संजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि दिघिया में ओवरब्रिज बनाने के लिए 0.7446 हेक्टेयर जमीन की जरूरत है। इसके लिए 69 किसानों से जमीन ली जाएगी। ऐसे ही बादपुर उपरहार ओवरब्रिज के लिए 0.4633 हेक्टेयर जमीन चाहिए। इसमें बादपुर उपरहार, चकडीहा और सरवनपुर के कुल 23 किसानों की जमीन जमीन जाएगी। किसानों से आपसी सहमति बनाकर जमीन ली जाएगी। आपसी सहमति के लिए गोविंद बल्लभ पंत सामाजिक संस्थान की टीम भी सहयोग करेगी। जो जमीन ली जाएगी, उसका मुआवजा शासन से निर्धारित दर पर दिया जाएगा। जमीन लेने का मामला जल्द पूरा कर लिया जाएगा। उसके बाद सेतु निगम यहां पर ओवरब्रिज का निर्माण शुरू कर देगा। यह ओवरब्रज टू लेन होगा।