UP Government Budget 2020 : जानिए, बजट में प्रयागराज जिले को क्‍या-क्‍या मिली सौगात Prayagraj News

बजट में प्रयागराज मुख्यालय से वाया एयरपोर्ट कौशांबी स्थित बौद्ध तपोस्थली को फोरलेन सड़क से जोड़ा जाएगा। इसके लिए भूमि अधिग्रहण को मंजूरी मिल गई है। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 18 Feb 2020 02:14 PM (IST) Updated:Tue, 18 Feb 2020 03:51 PM (IST)
UP Government Budget 2020 : जानिए, बजट में प्रयागराज जिले को क्‍या-क्‍या मिली सौगात Prayagraj News
UP Government Budget 2020 : जानिए, बजट में प्रयागराज जिले को क्‍या-क्‍या मिली सौगात Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। उत्तर प्रदेश सरकार के बजट 2020 में प्रयागराज जिले को कई सौगात मिली है। स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन के क्षेत्र में प्रदेश सरकार को कुछ न कुछ मिला है। हालांकि औद्योगिक और मेट्रों के क्षेत्र में कुछ निराश करने वाला है।

प्रयागराज मुख्यालय से वाया एयरपोर्ट बौद्ध तपोस्थली तक फोरलेन की सौगात

प्रदेश सरकार के बजट में प्रयागराज मुख्यालय से वाया एयरपोर्ट कौशांबी स्थित बौद्ध तपोस्थली को फोरलेन सड़क से जोड़ा जाएगा। इसके लिए भूमि अधिग्रहण को मंजूरी मिल गई है। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही जनपद मुख्यालय से एयरपोर्ट जाने की राह आसान हो जाएगी। अभी सड़क के बदहाल होने से लोगों को एयरपोर्ट तक पहुंचने में काफी समय लग जाता और लोगों को परेशानी होती थी।

प्रयागराज में लॉ विवि की स्थापना होगी

प्रदेश सरकार ने बजट में प्रयागराज में विधि विश्वविद्यालय की स्थापाना होगी। इसके लिए भी प्रस्ताव पारित हुआ है। इससे कानून की पढ़ाई करने वाले छात्रों को काफी मदद मिलेगी।

जिले में होगा इलेक्ट्रिक बसों का संचालन

बजट में जिले में इलेक्ट्रिक बसों के संचालन को भी मंजूरी मिली है। पूरे प्रदेश को 700 इलेक्ट्रिक बसें मिलेगी। इससे प्रदूषण तो कम होगा ही साथ ही यात्रा भी सुगम होगी।

जिले में होगी डायबिटिक के रेटिनोपैथी उपचार की सुविधा

मेडिकल कॉलेज में डायबिटिक  रेटिनोपैथी उपचार सेंटर की स्थापना को मंजूरी मिली है।  इसे डायबिटीज के रोगियों के इलाज में सुविधा होगी।

मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस वे

मेरठ से प्रयागराज तक 637 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेस वे को मंजूरी मिली है। यह देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे होगा। इसके निर्माण का निर्णय लिया गया है। परियोजना के लिए 2 हजार करोड रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है।

बजट में यहां मिली निराशा

हालांकि बजट में नैनी औदयोगिक क्षेत्र को संजीवनी मिलने की उम्‍मीद थी। इनवेस्‍टर समिट के बाद उम्‍मीद की जा रही थी कि बजट में एक बार उद़योग को संजीवनी मिल सकती है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वहीं बजट में मेट्रो रेल परियोजना को कुछ नहीं मिला है। जबकि इसके लिए स्‍टेशन तय कर लिए गए हैं। डीपीआर बन रहा है। लेकिन बजट में इसके लिए धनराशि न मिलने से काम पिछड जाएगा। इसके लिए अलावा प्रयागराज में पीजीआइ की मांग लंबे समय से हो रही थी लेकिन बजट में इसके लिए कुछ नहीं मिला है।

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