Metabolism शरीर को बीमारियों से दूर रखता है, जानें पाचन शक्ति को संतुलित रखने के उपाए
शहर की मशहूर न्यूट्रीशियन जूमी सिंह कहती हैं कि प्रोटीन रिच फूड ही शरीर का मेटाबालिज्म बढ़ाते हैं। यह दूध चीज अन्य डेयरी प्रोडक्ट अंडे मीट से प्रोटीन अधिक मिलता है। जो मांसाहारी नहीं हैं वे सलाद का सेवन अधिक करें। सलाद में गाजर खीरा को जरूर शामिल करें।
प्रयागराज, जेएनएन। आजकल पेट संबंधी बामारियां बढ़ रही हैं। बड़ोें और बच्चों में पेट संबंधी होने वाले मर्ज से अक्सर परेशान भी रहते हैं। यह तभी होता है जब पाचन शक्ति कमजोर पड़ने लगती है और शरीर को एनर्जी उचित प्रकार से नहीं मिल पाती। भोजन का एनर्जी में बदलना ही मेटाबालिज्म कहलाता है। शरीर का मेटाबालिज्म स्वस्थ बनाए रखने के लिए न्यूट्रीशियन और डाक्टर इन उपायों को अपनाने की सलाह देते हैं। यहां आप भी जान सकते हैं डाक्टरों की सलाह और पाचन तंत्र को स्वस्थ रख सकते हैं।
डाक्टरों की इस सलाह को मानें
शहर की मशहूर न्यूट्रीशियन जूमी सिंह कहती हैं कि प्रोटीन रिच फूड ही शरीर का मेटाबालिज्म बढ़ाते हैं। यह दूध, चीज, अन्य डेयरी प्रोडक्ट, अंडे, मीट से प्रोटीन अधिक मिलता है। जो मांसाहारी नहीं हैं, वे सलाद का सेवन अधिक करें। सलाद में गाजर, खीरा को जरूर शामिल करें। काल्विन अस्पताल के डाक्टर राजेश कुमार और बेली अस्पताल के डाक्टर एमके अखौरी भी कहते हैं कि दालेें, मूंगफली में ज्यादा प्रोटीन होता है। फलियों में आहार संबंधी फाइवर होते हैं जिससे पाचन क्रिया सही होती है। यह फैट को ऊर्जा के रूप में बदलता है, साथ ही ब्लड शुगर के स्तर को सामान्य रखता है।
जानें कोकोनट आयल केे फायदे
मेटाबालिज्म बढ़ाने में नारियल तेल भी अहम भूमिका निभाता है। इसमें ऐसी सामग्रियां पाई जाती हैं जो लीवर में सीधे जाकर फैट को ऊर्जा में बदल देती हैं। डाक्टर राजेश कुमार कहते हैं कि रोज 30 मिमी कोकोनट आयल का सेवन हो तो शरीर का मोटापा भी कम हो सकता है। इसके अलावा हरी सब्जियों में जिंक आयरन और सिलेनियम पाया जाता है जो कि थायराइड ग्लैंड के लिए अच्छा होता है। बताया कि पालक, चौराई के साग मेटाबालिज्म के स्तर को बढ़ाते हैं। इनका सेवन महीने में आठ से 10 दिन करना चाहिए।