Karwa Chauth 2021: आप भी जानें करवा चौथ पूजन का शुभ मुहूर्त ज्योतिर्विद की जुबानी
Karwa Chauth 2021 आचार्य अविनाश के अनुसार गोधुली बेला में शाम 5.45 से 6.45 बजे तक पूजन का मुहूर्त है। इसके बाद शाम 7.05 से 8.45 तक वृष की स्थिर लग्न रहेगी। वृष राशि में चंद्रमा का संचरण है इसलिए पूजन का यह उपयुक्त मुहूर्त है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। करवा चौथ का व्रत आज है। करवा चौथ सुख-समृद्धि व सौभाग्य का प्रतीक है। सुहागिन महिलाओं ने आज अखंड सौभाग्य, पति की लंबी आयु के लिए पूरे दिन निर्जला व्रत रखेंगी। चंद्रमा को अर्घ्य देकर पति को चलनी से देखने के बाद व्रत का पारण करेंगी। इस बार करवाचौथ पर त्रिग्रहीय योग बन रहा है। इससे समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।
ऋण, रोग व बाधाएं खत्म होंगी : ज्योतिर्विद अविनाश राय
ज्योतिर्विद आचार्य अविनाश राय ने बताया कि रविवार को रोहिणी नक्षत्र है। इसमें चंद्रमा उच्चता को प्राप्त करता है। वहीं, तुला राशि में सूर्य, मंगल व शुक्र ग्रह का संचरण होगा। इससे व्रती महिलाओं के ऋण, रोग व बाधाएं खत्म होंगी।
गोधुली बेला में शाम 5.45 से 6.45 बजे तक पूजन का मुहूर्त
आचार्य अविनाश के अनुसार व्रत का संकल्प लेने वाली महिलाएं दिन में न सोएं। गोधुली बेला में शाम 5.45 से 6.45 बजे तक पूजन का मुहूर्त है। इसके बाद शाम 7.05 से 8.45 तक वृष की स्थिर लग्न रहेगी। वृष राशि में चंद्रमा का संचरण है, इसलिए पूजन का यह उपयुक्त मुहूर्त है।
आज भी सज गए हैं बाजार
यूं तो करवा चौथ की खरीदारी महिलाओं ने कर ली है। हालांकि आज भी सुबह से बाजार में दुकानें सज गई हैं। शनिवार को अच्छी बिक्री की वजह से दुकानदारों के चेहरे खिले हुए हैं। बाजारों में पीतल और मिट्टी के कलश व दीपक, पूजन सामग्री, फल-फूल आदि की दुकानों पर खरीदारी हो रही है। यह खरीदारी शाम तक होगी। करवा चौथ के एक दिन पूर्व देर रात तक बाजारों में चहल-पहल रही। आभूषण, सौंदर्य प्रसाधनों के साथ ही कपड़े, साडि़यों आदि की दुकानों पर महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी। महिलाएं चूड़ी, कंगन, बिंदी, चलनी, करवा, और साज-सज्जा की सामग्री की बिक्री हुई। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस फोर्स भी मुख्य बाजार में तैनात रही।