Karthik Purnima 2020 : तृप्ति के लिए नदियों में श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी, प्रयागराज के गंगा-यमुना घाटों पर भीड़

Karthik Purnima 2020 कार्तिक शुक्लपक्ष की पूर्णिमा पर देव दीपावली का पर्व भी मनाया जाता है। यही कारण है कि काफी सनातन धर्मावलंबियों ने व्रत रखा है। दिन भर भजन-कीर्तन का भी आयोजन किया जाएगा। शाम को भगवान विष्णु का पूजन करके घर में भक्‍त दीपक जलाएंगे।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 10:51 AM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 10:51 AM (IST)
Karthik Purnima 2020  : तृप्ति के लिए नदियों में श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी, प्रयागराज के गंगा-यमुना घाटों पर भीड़
कार्तिक पूर्णिमा पर प्रयागराज के गंगा ओर यमुना घाटों पर स्‍नानार्थियों की भीड़ है।

प्रयागराज, जेएनएन। कार्तिक शुक्लपक्ष की पूर्णिमा तिथि सोमवार को मनाई जा रही है। इस अवसर पर हर ओर भक्तिमय माहौल है। सनातन धर्मावलंबी संगम, गंगा व यमुना नदी में स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं। संगम, यमुना के बलुआघाट, गऊघाट, सरस्वती घाट व गंगा के रामघाट, दारागंज घाट, अक्षयवट घाट पर भोर से स्नान करने वालों की भीड़ जुटने लगी थी। सूर्योदय के बाद स्नानार्थियों की संख्या बढ़ती गई। स्नान के बाद भक्तों ने तीर्थपुरोहित के निर्देशानुसार पूजन करके यथासंभव दान-पुण्य किया।

भगवान विष्‍णु का पूजन कर घर में दीप जलाएंगे

कार्तिक शुक्लपक्ष की पूर्णिमा पर देव दीपावली का पर्व भी मनाया जाता है। यही कारण है कि काफी सनातन धर्मावलंबियों ने व्रत रखा है। दिन भर भजन-कीर्तन का भी आयोजन किया जाएगा। शाम को भगवान विष्णु का पूजन करके घर में भक्‍त दीपक जलाएंगे। मान्‍यता है कि ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।

शाम को होगा दीपदान व महा आरती

श्रीनागवासुकी गंगा आरती समिति एवं प्रयागराज सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में इस बार देव दीवाली पर गंगा तटों मंदिरों पर दीपदान होगा। सायंकाल नागवासुकी बाबा का भव्य पुष्परत्न सिंगार व महाआरती होगी । प्रयागराज सेवा समिति के सचिव तीर्थराज पांडेय बच्चा भैया ने बताया कि हर वर्ष रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से संगम विश्व धरोहर महा अभियान की अलख जगाई जाती थी। हालांकि इस बार कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के कारण सभी आयोजन स्थगित कर दिया गया है। सिर्फ परंपरागत पूजन अर्चन व दीपदान होगा। 

बोले, प्रयागराज सेवा समिति के अध्यक्ष

प्रयागराज सेवा समिति के अध्यक्ष धर्मराज पांडेय ने आशा व्यक्त किया कि नागवासुकि की कृपा से पुनः अगले वर्ष समस्त सांस्कृतिक आयोजन होगा। उक्त बैठक में अंशुमान त्रिपाठी, श्यामबिहारी मिश्र, केसी पांडे,  मदन गुप्ता, महिला मोर्चा की अध्यक्ष अनुपमा पांडेय,   सोनू मिश्रा, राहुल मिश्रा, भक्तराज पांडे, रवि त्रिपाठी, रामजी पांडेय उपस्थित रहे।

श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई आस्था की डुबकी

फाफामऊ के गंगा घाट पर सोमवार की भोर से ही कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटना शुरू हो गई। सुबह करीब 8:00 बजे भीड़ में बढ़ोतरी हुई। बता दें कि फाफामऊ गंगा नदी में कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व पर डुबकी लगाने के लिए सुल्तानपुर फैजाबाद प्रतापगढ़ रायबरेली सहित प्रयागराज के ग्रामीण क्षेत्रों से श्रद्धालु पहुंचे और विधि-विधान पूर्वक गंगा स्नान कर पूजन अर्चन किया। कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर गंगा घाट पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर फाफामऊ पुलिस तैनात रही। कोविड-19 के नियमों का अनुपालन के लिए पुलिस बार-बार श्रद्धालुओं को सचेत कर रही थी।

आचार्य पंडित संजय त्रिपाठी ने बताया कि कार्तिक मास की पूर्णिमा सूर्योदय के उदय होने से पहले ही लग गई। रोहणी नक्षत्र होने से गंगा में स्नान करने वाले संपूर्ण श्रद्धालुओं के बिगड़े काम बन जाएंगे इसके चलते कार्तिक पूर्णिमा स्नान का व्रत महत्वपूर्ण हो गया।

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