Sports News: प्रयागराज के कराटे कैडेट का जलवा, बेल्ट ग्रेडिंग सेरेमनी में दिखी खिलाड़ियों की प्रतिभा
कराटे सीखने के लिए बच्चों में उत्साह बढ़ा है। शहर के अलग-अलग संस्थान में सैकड़ों बच्चे और युवा कराटे सीख रहे हैं। उनका सपना राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का है। ऐसे में इन बच्चों को कराटे की उम्दा ट्रेनिंग देने की भी जरूरत है
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। संगम डिस्ट्रिक्ट कराटे एसोसिएशन की ओर से शनिवार को बेल्ट ग्रेडिंग सेरेमनी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि ओलंपियन अभिन्न श्याम गुप्ता रहे। इस दौरान खिलाडिय़ों ने अपने कौशल का उत्साह के साथ प्रदर्शन किया। देवेश अग्रवाल को ब्लैक बेल्ट प्रदान की गई।
सारा सईद, सिया और अदीना की दिखी प्रतिभा
बालिकाओं के अंडर 18 में पहले स्थान पर सारा सईद, सिया केसरवानी, आदीना सईद रहीं। दूसरे स्थान पर आध्या श्रीवास्तव, साईशा गुप्ता, स्निग्धा गुप्ता रहीं जब कि तीसरे स्थान पर तन्वी अरोरा, पायल विश्वकर्मा, चयनिका श्रीवास्तव रहीं।
सावकि शांगलू और शोएब रिजवी भी चमके
बालकों के सीनियर वर्ग में सावकि शांगलू और सिद्धार्थ शांगलू तथा शोएब रिजवी प्रथम रहे। दूसरे स्थान पर शुभम दास, देवेश अग्रवाल और अक्षित अग्रवाल रहे। बालकों के अंडर 14 वर्ग में श्लोक शांगलू, अथर्व खेड़ा तथा स्वस्तिक गुप्ता प्रथम रहे। इसी तरह अंगद अग्रवाल, विहान श्रीवास्तव, आराध्य रस्तोगी द्वितीय रहे जबकि भव्य सक्सेना, अंश खुराना और चयन केसरवानी तीसरे स्थान पर रहे।
शुभम और अनुष्का को येलो बेल्ट
बेल्ट ग्रेडिंग सेरेमनी में येलो बेल्ट प्राप्त करने वालों में शुभम दास, अनुष्का गौर, आरेंज बेल्ट हासिल करने वालों में अंकिता श्रीवास्तव, चयनिका श्रीवास्तव, स्निग्धा गुप्ता, सिद्धि टंडन, श्रीवत्स अग्रवाल, तन्वी अरोरा, चयन केसरवानी शामिल रहीं। ग्रीन बेल्ट आध्या श्रीवास्तव, भव्य सक्सेना, अंश खुराना, पायल विश्वकर्मा को मिली जब कि ब्राउन बेल्ट प्राप्त करने वालों में विहान श्रीवास्तव, आराध्य रस्तोगी अंगद अग्रवाल स्वास्तिक गुप्ता, साईशा गुप्ता, सिया केसरवानी, महिमा श्रीवास्तव, अदीना सईद, अक्षित अग्रवाल, अथर्व खेड़ा, शोएब रिजवी शामिल रहीं। कार्यक्रम में स्मृति शांगलू भी मौजूद रहीं। इस दौरान यह बात सामने आई कि कराटे सीखने के लिए बच्चों में उत्साह बढ़ा है। शहर के अलग-अलग संस्थान में सैकड़ों बच्चे और युवा कराटे सीख रहे हैं। उनका सपना राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का है। ऐसे में इन बच्चों को कराटे की उम्दा ट्रेनिंग देने की भी जरूरत है।