कन्नौज के सिपाही का प्रतापगढ़ में हुआ था एक्सीडेंट, इलाज के दौरान लखनऊ में हुई मौत
बैंक की ड्यूटी करके रविवार को भोर में लौटते समय ट्रक की टक्कर से घायल सिपाही ने इलाज के दौरान लखनऊ में दम तोड़ दिया। घटना से पुलिस महकमे में शोक व्याप्त है। जबकि सिपाही के परिवार में मातम छाया है।
---रविवार को भोर में ड्यूटी से लौटते समय हुआ था हादसा
-हो चुका था इंगेजमेंट, फरवरी में तय थी शादी
प्रयागराज, जेएनएन। कन्नौज जिले के सौरिख थाना क्षेत्र के गोवरिया गांव निवासी धीर सिंह पुत्र सोवरन सिंह कोहंडौर थाने में सिपाही के पद पर तैनात था। वह 2018 बैच का सिपाही था। रविवार को भोर मकूनपुर में स्थित बैंक पर ड्यूटी करके वह बाइक से थाने लौट रहा था। रास्ते में मकूनपुर बाजार से करीब 200 मीटर आगे हाईवे पर ट्रक ने उसे टक्कर मार दी थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे फौरन प्रताप बहादुर अस्पताल ले जाया गया था, वहां से उसे एसआरएन हास्पिटल प्रयागराज रेफर कर दिया गया था। हालत में सुधार न होने पर स्वजनों ने उसे लखनऊ के सहारा हास्पिटल में भर्ती कराया था। वहां इलाज के दौरान मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया।
सिपाही की मौत पर कोहंडौर थाने व घर का माहौल गमगीन
सिपाही धीर की मौत की जानकारी होने पर कोहंडौर थाने में मातम छा गया। थाने के सिपाही व उसके साथी आशीष कुमार और वीरेंद्र कुमार लखनऊ पहुंचे। बताते हैं कि सिपाही धीर सिंह के पिता सोवरन सिंह घर पर रहकर खेती करते हैं। उसके बड़े भाई राजकुमार सिंह की शादी हो चुकी है, वह भी घर पर रहकर खेती करते हैं। छोटी बहन ज्योति, उसकी मां सोमवती सिंह घर पर ही थी।
सिपाही की फरवरी में थी शादी
सिपाही धीर की शादी तय हो गई थी, इंगेजमेंट हो चुका था। उसकी शादी फरवरी में तय थी। उसकी मौत से दोनों परिवारों में मातम छाया है। मंगलवार को थाने पर एसओ बच्चेलाल प्रसाद सहित स्टाफ के सभी लोगो ने शोक सभा करके साथी सिपाही को श्रद्धांजलि दी।
आशीष और धीर में थी गहरी दोस्ती
कोहंडौर थाने में तैनात सिपाही आशीष कुमार और सिपाही धीर सिंह में गहरी दोस्ती थी। आशीष दैनिक जागरण के संवाददाता से बात करते समय रो पड़ा। रोते-रोते उसने बताया कि धीर और उसका घर कन्नौज जिले के सौरिख थाना क्षेत्र में ही है। दोनों बचपन से साथ-साथ पढते थे। दोनों ने सिपाही भर्ती की तैयारी भी एक साथ की। दोनों को नौकरी भी वर्ष 2018 में एक साथ मिली। एक साथ ट्रेनिंग करने के बाद उनकी पोस्टिंग भी कोहंडौर थाने पर ही हुई। आशीष ने बताया कि शादी के बाद थाने के साथी पुलिस कर्मियों को पार्टी देने का धीर ने वादा किया था. लेकिन होनी को कुछ और मंजूर था। आशीष यहां से लखनऊ गया और वहां मृतक के स्वजनों को देखकर वह फूट-फूटकर रो पड़ा।