जूनियर डाक्टरों ने की हड़ताल, ओपीडी व ओटी कराई बंद

नीट पीजी 2021 की काउंसिलिंग न होने से नाराज जूनियर डाक्टरों ने शनिवार को हड़ताल कर दी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 12:47 AM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 12:47 AM (IST)
जूनियर डाक्टरों ने की हड़ताल, ओपीडी व ओटी कराई बंद
जूनियर डाक्टरों ने की हड़ताल, ओपीडी व ओटी कराई बंद

जासं, प्रयागराज : नीट पीजी 2021 की काउंसिलिंग न होने से नाराज जूनियर डाक्टरों ने शनिवार को हड़ताल कर दी। स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में ओपीडी और ओटी भी बंद करा दी। इससे अस्पताल की व्यवस्था चरमरा गई। उपचार कराने पहुंचे तमाम मरीजों को वापस लौटना पड़ा। जो मरीज पहले से भर्ती हैं, उन्हें भी परेशानी उठानी पड़ी।

हड़ताली जूनियर डाक्टरों का कहना था कि नीट पीजी की परीक्षा जनवरी 2021 और काउंसिलिंग मई में होनी थी। ऐसा होने पर जून में जूनियर डाक्टर पहले वर्ष में प्रवेश ले लेते, लेकिन यह संभव नहीं हो पाया। पहले कोरोना और फिर सुप्रीम कोर्ट में ओबीसी व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के आरक्षण का मामला पहुंचने से नीट पीजी की काउंसिलिंग अब तक नहीं हुई। इससे जूनियर डाक्टरों पर काम का बोझ काफी बढ़ गया है। तीन सत्र का काम दो सत्रों के जूनियर डाक्टरों को करना पड़ रहा है। केवल 66 प्रतिशत जूनियर डाक्टरों से अस्पताल चलाया जा रहा है। जूनियर डाक्टरों ने चेतावनी दी कि काउंसिलिंग की प्रक्त्रिया जल्द नहीं शुरू हुई तो हड़ताल आगे भी जारी रखी जा सकती है। वहीं, शाम को जूनियर डाक्टरों द्वारा मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज से कैंडल मार्च निकाला गया। यह मार्च केंद्र सरकार को जगाने के लिए निकाला गया।

कोविड से लड़ने में पड़ जाएंगे कमजोर

जूनियर डाक्टरों का कहना था कि कोविड के नए वेरिएंट भारत में देखने को मिले हैं। कोविड फिर से दस्तक दे सकता है। कोविड की तीसरी लहर के लिए हमें पहले से तैयार रहना पड़ेगा, लेकिन इतने कम मैन पावर में हम कोविड से लड़ने में कमजोर पड़ जाएंगे। जूनियर डाक्टरों की यह टोकन स्ट्राइक थी। अपनी मागों के संबंध में सरकार को विरोध का संदेश देने के लिए यह हड़ताल थी। किसी ने काम बंद नहीं किया था। ओपीडी में सभी व्यवस्थाएं सीनियर डाक्टरों ने संभाल रखी थी। इमरजेंसी सेवा भी पूरी तरह से चालू थी।

डा. अजय सक्सेना, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक एसआरएन अस्पताल।

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