जूनियर डाक्टरों ने एसआरएन अस्पताल का पंजीकरण काउंटर बंद कराया, वापस लौटे सैकड़ों मरीज
एसआरएन अस्पताल के जूनियर डाक्टरों की हड़ताल को आज आठ दिन हो गए हैं। जूनियर डाक्टर ओपीडी में नहीं जा रहे हैं। आंदोलन पर ध्यान न दिए जाने से नाराज जूनियर डाक्टरों ने अब व्यवस्था को बाधित करने का कदम उठाना भी शुरू कर दिया है। रजिस्ट्रेशन काउंटर बंद कराया।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। नीट पीजी की काउंसलिंग कराने की मांग कर रहे जूनियर डाक्टरों ने मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज प्रशासन के अड़ियल रवैया से नाराज होकर अब थोड़ा तीखा रुक अपना लिया है। हड़ताल कर रहे डाक्टरों ने शनिवार को स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय का पंजीकरण काउंटर बंद करा दिया और करीब 2 घंटे तक किसी भी मरीज का पर्चा नहीं बनने दिया। इससे सैकड़ों मरीजों को निराश होकर बिना इलाज के ही वापस लौटना पड़ा। मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल ने पहुंच कर डाक्टरों को समझाया और पंजीकरण काउंटर का विंडो खुलवाया।
प्रयागराज में आठ दिन से हड़ताल पर हैं जूनियर डाक्टर
जूनियर डाक्टरों को ओपीडी से हड़ताल पर गए हुए आज शनिवार को पूरे आठ दिन हो गए हैं। हड़ताल अभी जारी है और जूनियर डाक्टर ओपीडी में नहीं जा रहे हैं। इस बीच डाक्टरों की नाराजगी इसलिए और बढ़ गई है क्योंकि उनके आंदोलन की ओर किसी भी वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी या प्रशासनिक अधिकारी का फोकस नहीं है। इससे नाराज जूनियर डाक्टरों ने अब व्यवस्था को बाधित करने का कदम उठाना भी शुरू कर दिया है। शनिवार को डॉक्टरों ने स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय मैं पंजीकरण काउंटर को बंद करा दिया। करीब दो घंटे तक किसी भी मरीज का पंजीकरण नहीं हो पाया जबकि दो घंटे में 500 से 700 लोगों का पंजीकरण हो जाने का दैनिक औसत है।
मरीजों व तीमारदार हुए परेशान
पंजीकरण न होने से प्रयागराज शहर गंगापार यमुनापार तथा अन्य पड़ोसी जनपदों से भी आए लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ीं। पंजीकरण नहीं हुआ तो कोई भी अपने मरीज को ओपीडी में डाक्टरों के पास जा कर दिखा नहीं सका। सभी को निराशा हाथ लगी। उधर ओपीडी में सीनियर डाक्टर भी अधिकांश समय खाली हाथ बैठे रहे।
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल ने पंजीकरण काउंटर खुलवाया
पंजीकरण काउंटर बंद कराए जाने की सूचना मिलते ही मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डाक्टर एसपी सिंह दोपहर करीब 12:00 बजे पहुंच गए। उन्होंने पंजीकरण काउंटर के सामने धरने पर बैठे डाक्टरों को हटवाया। उनसे धरना-प्रदर्शन पंजीकरण काउंटर परिसर के बाहर करने को कहा। यह बताया कि शासन स्तर पर वार्ता चल रही है जल्द ही कोई निर्णय होगा। प्रिंसिपल के समझाने पर जूनियर डाक्टर वहां से हटे और दिन में 12:00 बजे के बाद ही पंजीकरण पर्चे बनने शुरू हो पाए।