TV Journalist Death: एएसपी के नेतृत्व में गठित टीम ने शुरू की पड़ताल, प्रेस काउंसिल ने भी लिया संज्ञान
पत्नी रेणुका ने शराब माफिया पर शक जताते हुए तहरीर दी तो पुलिस ने मुकदमा लिखकर तहकीकात शुरू कर दी। मंगलवार को भी पत्नी रेणुका ने कहा कि सरकार को सीबीआइ जांच कराने के साथ ही परिवार की सुरक्षा का इंतजाम करना चाहिए।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ जनपद में रविवार की रात पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की संदिग्ध मौत के मामले में उनकी पत्नी रेणुका श्रीवास्तव की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस विवेचना कर रही है मगर सुलभ की पत्नी घटना की सीबीआई जांच की मांग पर अड़ी हैं। उनका कहना है कि पूरे परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई जाए और जिन लोगों ने घटना की साजिश रची है, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। मामले की गंभीरता को देखते हुए सुलभ श्रीवास्तव के घर पर पुलिसकर्मियों की तैनात कर दी गई है। इस बीच सुलभ श्रीवास्तव के घर पहुंचा कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल। नेतृत्व कर रहे कानपुर के विधायक साहिल अख्तर अंसारी ने कहा कि दुख की इस घड़ी में हम आपके साथ हैं। इस बीच पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की मौत की जांच एएसपी पूर्वी सुरेंद्र द्विवेदी की अगुवाई में आठ सदस्यीय टीम ने शुरू कर दी है। यह टीम सुलभ की काल डिटेल को खंगाल रही है। जिन नंबरों पर सुलभ की अधिक बात होती थी, उन लोगों से पुलिस घटना का टोह लेने का प्रयास कर रही है। उधर, समाजवादी यूथ ब्रिगेड ने इस घटना के विरोध में मंगलवार को मुख्यमंत्री का पोस्टर जलाया और कहा कि शराब माफिया पर एक्शन लेने से बचा जा रहा है।
इस बीच सुलभ श्रीवास्तव की संदिग्ध दशा में मौत के मामले में प्रेस काउंसिल आफ इंडिया ने संज्ञान लेते हुए यूपी सरकार और डीजीपी से तथ्यों पर आधारित रिपोर्ट मांगी हैl प्रेस काउंसिल के अध्यक्ष न्यायमूर्ति चंद्रमौली कुमार प्रसाद ने मामले का स्वत संज्ञान लेते हुए यह निर्देश जारी किए हैंl उनके निर्देश का पत्र मंगलवार रात इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया l
खबर की करवेज कर लौटते वक्त हुई थी घटना
45 वर्षीय सुलभ श्रीवास्तव रविवार देर शाम लालगंज इलाके में अवैध असलहों का कारखाना पकडे़ जाने पर खबर की कवरेज के लिए गए थे। वहां से रात में शहर में रेलवे स्टेशन के पास सहोदर मोहल्ले में घर लौटते वक्त साढे दस बजे उन्हें ईंट भट्ठा के पास सड़क पर घायल पाया गया और मजदूरों से फोन पर सूचना मिलने पर अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। परिवार के लोगों ने इस घटना को हत्या करार दिया है क्योंकि एक दिन पहले ही सुलभ ने एडीजी प्रयागराज को शिकायती पत्र देकर शराब माफिया से मिल रही धमकी का जिक्र करते हुए खुद की जान पर खतरा जताया था। ऐसे में कहा जा रहा है कि शराब माफिया ने ही हमला कराकर यह कत्ल कराया है। पत्नी रेणुका ने शराब माफिया पर शक जताते हुए तहरीर दी तो पुलिस ने मुकदमा लिखकर तहकीकात शुरू कर दी। मंगलवार को भी पत्नी रेणुका ने कहा कि सरकार को सीबीआइ जांच कराने के साथ ही परिवार की सुरक्षा का इंतजाम करना चाहिए।
दुखी परिवार से मिला कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल
टीवी चैनल के पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव के परिवार के लोगों से मंगलवार दोपहर कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल रेलवे स्टेशन के निकट उनके घर पर मिलने पहुंचा। प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व विधायक कानपुर साहिल अख्तर अंसारी कर रहे थे। उन्होंने सुलभ की पत्नी को एक लाख रुपये की आर्थिक मदद प्रदान करते हुए कहा कि प्रियंका गांधी ने उन्हें भेजा है। संकट की घड़ी में कांग्रेस उनके साथ है। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव सुशील पासी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव देवेंद्र कुमार श्रीवास्तव व जयकरण वर्मा, कांग्रेस जिला अध्यक्ष बृजेंद्र कुमार मिश्रा, यूथ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नीरज त्रिपाठी, डा. वीके सिंह, संतोष तिवारी आदि मौजूद रहे।
समाजवादी यूथ ब्रिगेड ने मुख्यमंत्री का फूंका पोस्टर
दो दिन पहले पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की रविवार रात रहस्यमय हालात में मौत की घटना के विरोध में समाजवादी यूथ बिग्रेड ने मंगलवार को अंबेडकर चौराहे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पोस्टर फूंका। वे सरकार विरोधी नारे लगाते हुए कातिलों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। इससे पहले कांग्रेस समेत अन्य दल सीबीआइ जांच और मुआवजा देने की मांग उठा चुके हैं।