प्रयागराज मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक बोले- कोविड प्रोटोकाल का करें पालन, आत्म विश्वास के साथ दें परीक्षा

यूपी बोर्ड की परीक्षाएं भी आठ मई से होनी हैं। ऐसे में तमाम विद्यार्थी असमंजस में हैं कि परीक्षाएं होंगी या नहीं। यदि होंगी तो कोरोना का खतरा बना रहेगा उससे कैसे निपटेंगे। कोविड पॉजिटिव विद्यार्थियों के लिए केंद्र पर क्या व्यवस्था रहेगी। इस मुददे पर जेडी प्रयागराज का साक्षात्‍कार।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 07:09 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 07:09 PM (IST)
प्रयागराज मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक बोले- कोविड प्रोटोकाल का करें पालन, आत्म विश्वास के साथ दें परीक्षा
कोरोना काल में यूपी बोर्ड परीक्षा को लेकर प्रयागराज मंडल के संयुक्‍त शिक्षा निदेशक दिव्‍य कांत शुक्‍ल का साक्षात्‍कार।

प्रयागराज,जेएनएन। कोरोना की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। स्कूल कालेज सब बंद हैं। प्रत्येक व्यक्ति को घर पर रहने की हिदायत भी मिल रही है। इसी बीच यूपी बोर्ड की परीक्षाएं भी आठ मई से होनी हैं। ऐसे में तमाम विद्यार्थी असमंजस में हैं कि परीक्षाएं होंगी या नहीं। यदि होंगी तो कोरोना का खतरा बना रहेगा, उससे कैसे निपटेंगे। कोविड पॉजिटिव विद्यार्थियों के लिए केंद्र पर क्या व्यवस्था रहेगी। इन्हीं बिंदुओं पर दैनिक जागरण से खास बातचीत प्रयागराज मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) दिव्यकांत शुक्ल से हुई। प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंश। 

प्रश्न- यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं आठ मई से होनी हैं। कोरोना का संक्रमण भी तेजी से फैल रहा है। केंद्र पर परीक्षार्थियों के लिए क्या इंतजाम रहेगा?

उत्तर- डरने की कोई बात नहीं है। प्रत्येक केंद्र पर सैनिटाइजर, थर्मल स्कैनिंग, मास्क आदि की व्यवस्था रहेगी। संसाधनों की कोई कमी नहीं है। परीक्षा केंद्र पर कोविड प्रोटोकाल का पूरा ध्यान रखा जाएगा। परीक्षा में शारीरिक दूरी के साथ बैठने की व्यवस्था रहेगी। प्रत्येक छात्र, शिक्षक व कर्मचारी की जांच गेट पर अनिवार्य रूप से की जाएगी। किसी में भी बुखार, सर्दी व अन्य लक्षण दिखेंगे तो उसे अलग कक्ष में बैठाया जाएगा।  कोई भी परीक्षार्थी तनाव न लें, आत्म विश्वास के साथ परीक्षा दें। फिलहाल सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए है। आवश्यकता के अनुसार परीक्षा को स्थगित करने या तिथि आगे बढ़ाने पर विचार हो सकता है।

प्रश्न- परीक्षा के बीच में यदि कोई छात्र संक्रमित होता है तो उसके लिए क्या व्यवस्था होगी। परीक्षा छोडऩी पड़ेगी या कुछ और इंतजाम होगा?

उत्तर - इस संबंध में शासन को पत्र लिखकर मार्गदर्शन मांगा गया है। केंद्रों पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को तैनात करने का भी आग्रह किया गया है। जिनमें कोविड-19 के लक्षण मिलेंगे उन्हें अलग कमरे में बैठाने के साथ ही अन्य चिकित्सकीय सहायता देने का भी प्रयास होगा।

प्रश्न- नकल रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?

उत्तर - यूपी बोर्ड में पिछले कई साल से नकल में कमी आई है। यही वजह है कि तमाम विद्यार्थी परीक्षा छोड़ देते हैं। परीक्षा छोडऩे वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। वजह सिर्फ सख्ती है। अब उन्हीं स्कूलों को केंद्र बनाया जाता है जहां सीसीटीवी, वाइस रिकार्र्ड आदि की व्यवस्था होती है। निगरानी के लिए जनपद, मंडल और राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया जाता है। सभी केंद्र इंटरनेट के जरिए कंट्रोल रूम से जोड़े गए हैं। यदि कहीं भी गड़बड़ होगी तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी।

प्रश्न- कक्ष निरीक्षकों की कमी से कैसे निपटेंगे?

उत्तर - माध्यमिक विद्यालयों के साथ ही जरूरत के अनुसार परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को भी परीक्षा ड्यूटी में लगाया जाएगा। सूची बनाकर उनका प्रशिक्षण भी कराया जा रहा है। प्रयागराज में पहले चरण में पंचायत चुनाव होने के कारण यह कार्य अभी पूरा नहीं हो सका है। 25 अप्रैल तक शिक्षकों, कर्मचारियों का प्रशिक्षण पूरा कर लिया जाएगा।

प्रश्न- परीक्षार्थियों की सहूलियत के लिए बोर्ड की तरफ से क्या कदम उठाए जा रहे हैं? आप की तरफ से क्या सुझाव है?

उत्तर - कोरोना काल में यूपी बोर्ड ने परीक्षा देने वाले सभी विद्यार्थियों की मदद के लिए हेल्प डेस्क शुरू करने का निर्णय लिया है। यह 17 अप्रैल से शुरू होगी। इसके लिए तीन नंबर जारी किए जाएंगे। इसमें एकेडमिक सपोर्ट देने के साथ ही मनोवैज्ञानिक सलाह भी दी जाएगी।

संयुक्त शिक्षा निदेशक दिव्यकांत शुक्ल

मूल निवासी : जौनपुर, तहसील बदलापुर

प्रांतीय शैक्षिक संवर्ग (पीइएस) बैच 1995

प्रारंभिक शिक्षा बदलापुर, स्नातक की पढ़ाई टीडी कॉलेज जौनपुर, स्नातकोत्तर इलाहाबाद विश्वविद्यालय

- पहली पोस्टिंग बीएसए गौतमबुद्ध नगर फिर लखनऊ और फैजाबाद में भी तैनाती मिली। प्रमोशन के बाद डीआइओएस रायबरेली, मीर्जापुर रहे। जेडी बस्ती, मेरठ, गोरखपुर भी रह चुके हैं। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के सचिव भी रहे। वर्तमान में जेडी प्रयागराज का दायित्व है।

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