हास्टलों में रहने वालों से 7.55 करोड़ जुर्माना वसूलेगा इविवि

इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के हास्टलों में रहने वाले छात्र-छात्राओं को अब प्रतिमाह पांच हजार रुपये जुर्माना देना होगा। जुर्माना नहीं देने पर परीक्षा में शामिल होने पर पाबंदी लगाते हुए डिग्री रोक दी जाएगी। छात्र कल्याण अधिष्ठाता (डीएसडब्ल्यू) प्रोफेसर केपी सिंह की तरफ से सभी हास्टलों के अधीक्षकों को निर्देश भी दे दिए गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 06:37 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 06:37 AM (IST)
हास्टलों में रहने वालों से 7.55 करोड़ जुर्माना वसूलेगा इविवि
हास्टलों में रहने वालों से 7.55 करोड़ जुर्माना वसूलेगा इविवि

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के हास्टलों में रहने वाले छात्र-छात्राओं को अब प्रतिमाह पांच हजार रुपये जुर्माना देना होगा। जुर्माना नहीं देने पर परीक्षा में शामिल होने पर पाबंदी लगाते हुए डिग्री रोक दी जाएगी। छात्र कल्याण अधिष्ठाता (डीएसडब्ल्यू) प्रोफेसर केपी सिंह की तरफ से सभी हास्टलों के अधीक्षकों को निर्देश भी दे दिए गए हैं।

इविवि की जनसंपर्क अधिकारी डाक्टर जया कपूर ने बताया कि विश्वविद्यालय के हास्टलों पर कुल सात करोड़ 55 लाख से 23 हजार 907 रुपये बिजली का बिल बकाया है। विश्वविद्यालय के पास इतना बड़ा बिल भरने के लिए वित्तीय संसाधन नहीं है। ऐसे में यह ठीकरा अब हास्टलों में रहने वालों छात्रों पर फोड़ दिया गया है। पीआरओ ने बताया कि इस संदर्भ में शुक्रवार को उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि नवंबर 2020 में हास्टल बंद किए जाने का नोटिस जारी किया गया था। इसके बावजूद हास्टलों में रहने वाले सभी छात्रों से अब पांच हजार रुपये प्रतिमाह के हिसाब से जुर्माना वसूला जाएगा। यह जुर्माना नवंबर 2020 से प्रभावी होगा। जुर्माने से जुटाई गई राशि से बिजली के बकाया बिल का भुगतान किया जाएगा। इसके लिए हास्टलों के अधीक्षकों को निर्देश दे दिया गया है कि वह जुर्माना वसूलें और अनुशासनात्मक कार्रवाई की सूचना अभिभावकों को भी भेज दें। जुर्माना नहीं देने पर रोक दी जाएगी डिग्री

पीआरओ डाक्टर जया कपूर ने बताया कि जो छात्र बिना अनुमति के हास्टल में रह रहे हैं और हास्टल की बिजली समेत सभी सुविधाओं का उपयोग कर रहे हैं। उनको पहले ही दो बार हास्टल खाली करने का नोटिस दिया जा चुका है। 28 जनवरी 2021 को जारी नोटिस में उनसे कहा गया था कि यदि वे हास्टल खाली नहीं करते हैं तो जुर्माना देना पड़ेगा। साथ ही उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा प्रवेश पत्र निर्गत करने पर रोक लगाते हुए परीक्षा में शामिल होने पर पाबंदी लगा दी जाएगी। इसके अलावा परीक्षा परिणाम, मार्कशीट एवं संबंधित विषय की डिग्री भी रोक दी जाएगी। साथ ही छात्रावास से आवंटन रद कर दी जाएगी। वित्त अधिकारी के पास जमा होगी फीस

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अब हास्टल की फीस वित्त अधिकारी कीे पास जमा होगी। अब तक की व्यवस्था के मुताबिक हास्टल में रहने वाले छात्रों की फीस डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से हास्टल के खाते में जमा होती है। इस खाते का संचालन हास्टल के संरक्षक और अधीक्षक के माध्यम से किया जाता है। इस फीस का लगभग 60 फीसद हिस्सा बिजली के बिल जमा करने होते हैं। बाकी राशि छात्रों के हित में खर्च किए जाते हैं। हालांकि, अब यह राशि सीधे वित्त अधिकारी के पास जमा होगी। यह व्यवस्था हास्टल खुलने के बाद लागू कर दी जाएगी। किन हास्टलों पर कितना बकाया :

हास्टल के नाम बकाया राशि सर जीएन झा 6168432

डाक्टर एसआरके 5326372

इंटरनेशनल हास्टल 550139

शताब्दी ब्वाएज 4856558

डाक्टर ताराचंद हास्टल 30021119

पीडी ग‌र्ल्स हास्टल 144000

सर सुंदर लाल 7867301

पंत हास्टल 2286664

एएन झा हास्टल 1283077

डीजे हास्टल 4547496

सर पीसीबी हास्टल 6639066

एसएन ग‌र्ल्स हास्टल 20129

शताब्दी ग‌र्ल्स हास्टल 16191

हाल आफ रेजिडेंस 1286372

महादेवी वर्मा ग‌र्ल्स हास्टल 2673473

कल्पना चावला ग‌र्ल्स हास्टल 1837518

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