इलाहाबाद विश्‍वविद्यालय छात्रसंघ बहाली का मसला संसद में गूंजा, सपा सांसदों ने दिया यह तर्क

सांसद विशंभर प्रसाद निषाद ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 500 दिन से छात्रसंघ बहाली के लिए छात्र अनशनरत हैं। विश्वविद्यालय के गौरवशाली छात्रसंघ ने देश को कई राजनेता शिक्षाविद संविधानविद दिए हैं। फिर भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने असंवैधानिक तरीके से छात्रसंघ चुनाव कराने पर रोक लगा रखी है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 08:46 AM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 08:46 AM (IST)
इलाहाबाद विश्‍वविद्यालय छात्रसंघ बहाली का मसला संसद में गूंजा, सपा सांसदों ने दिया यह तर्क
समाजवादी पार्टी सांसद विशंभर प्रसाद निषाद ने संसद में इलाहाबाद विश्‍वविद्यालय छात्रसंघ बहाली का मामला उठाया।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। राजनीति की नर्सरी कहे जाने वाले इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव पर प्रतिबंध लगाए जाने काे लेकर छात्रनेता आंदोलनरत हैं। वहीं राजनीतिक दलों का भी उन्‍हें समर्थन प्राप्‍त हो रहा है। अब छात्रसंघ बहाली का मसला संसद में भी गूंजा। फतेहपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद विशंभर प्रसाद निषाद ने संसद में इस मसले को संसद में उठाया तो सपा सांसद प्रो. राम गोपाल यादव ने भी इसका समर्थन किया।

बोले सांसद, इवि प्रशासन ने असंवैधानिक तरीके से छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगाई है

सांसद विशंभर प्रसाद निषाद ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 500 दिन से छात्रसंघ बहाली के लिए छात्र अनशनरत हैं। विश्वविद्यालय के गौरवशाली छात्रसंघ ने देश को कई राजनेता, शिक्षाविद, संविधानविद दिए हैं। इसके बाद भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने असंवैधानिक तरीके से छात्रसंघ चुनाव कराने पर रोक लगा रखी है। राजनीति की नर्सरी से जनेश्वर मिश्र, मोहन सिंह, बृजभूषण तिवारी, बीपी सिंह, चंद्रशेखर सिंह, शंकर दयाल शर्मा, गोपाल स्वरूप पाठक, सूर्य बहादुर थापा, गुलजारी लाल नंदा समेत तमाम शिक्षाविद और संविधानविद निकले हैं। उन्‍होंने अपनी पहचान बनाई है।

सांसद ने छात्रसंघ चुनाव कराने की बात कही

सांसद ने कहा कि 17 सितंबर को केंद्रीय शिक्षा मंत्री गए भी थे। बच्चे अपने हाथों में रस्सी बांधकर फूल लेकर मिलना चाहते थे लेकिन उन पर लाठीचार्ज कर दिया गया और नहीं मिलने दिया गया। बाद में सरकिट हाउस में मंत्री से छात्रों की मुलाकात हुई और उन्होंने आश्वासन भी दिया गया कि छात्रसंघ बहाल कराएंगे। हालांकि अभी तक छात्रसंघ बहाली नहीं कराई गई। ऐसे में उन्होंने चुनाव कराने की मांग की।

लीडरशिप पैदा करने की नर्सरी को बंद कर दिया गया : रामगोपाल यादव

राजसभा सदस्‍य प्रो. रामगोपाल यादव ने समर्थन करते हुए कहा छात्रसंघ पर पाबंदी लगाने का मतलब क्या है। यह नर्सरी है लीडरशिप पैदा करने की और उसे बंद किया गया है।

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