अधिक उत्पादकता के लिए वैज्ञानिक पद्धति से करें सिंचाई

उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग मुख्य उद्यान विशेषज्ञ औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र खुशरुबाग में गुरुवार को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना पर ड्राप मोर क्राप माइक्रो इरीगेशन के तहत कार्यशाला हुई। इसमें 50 किसानों को ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली से अधिक फसलों का उत्पादन प्राप्त करने के बारे में बताया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 10:53 PM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 10:53 PM (IST)
अधिक उत्पादकता के लिए वैज्ञानिक पद्धति से करें सिंचाई
अधिक उत्पादकता के लिए वैज्ञानिक पद्धति से करें सिंचाई

जासं, प्रयागराज : उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग मुख्य उद्यान विशेषज्ञ औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र खुशरुबाग में गुरुवार को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना पर 'ड्राप मोर क्राप माइक्रो इरीगेशन' के तहत कार्यशाला हुई। इसमें 50 किसानों को ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली से अधिक फसलों का उत्पादन प्राप्त करने के बारे में बताया गया।

उप निदेशक उद्यान डॉ. विनीत कुमार ने कहा कि कम पानी से अधिक गुणवत्ता युक्त फसल उत्पादन प्राप्त करने के लिए वैज्ञानिक पद्धति ड्रिप और स्प्रिंकलर से सिंचाई कर अधिकतम उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। उद्यान विशेषज्ञ प्रभारी प्रशिक्षण विजय किशोर सिंह ने कहा कि किसान अधिक फसल उत्पादन प्राप्त करने के लिए सिंचाई की परंपरागत तकनीक छोड़कर वैज्ञानिक पद्धतियों से सिंचाई करें तो अधिकतम फसल उत्पादन हासिल कर सकते हैं। लघु एवं सीमान्त किसानों को 90 फीसद और अन्य किसानों को 80 फीसद अनुदान की सुविधा उपलब्ध हैं। कार्यशाला में किसानों को प्रदेश सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं के बारे में भी बताया गया। उद्यान विशेषज्ञ एवं प्रभारी प्रशिक्षण खुशरूबाग विजय किशोर सिंह ने बताया कि सिंचाई प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताएं कराई गई। विजेता सैय्यद याकूब अब्बास को प्रशस्तिपत्र स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर कृष्ण मोहन चौधरी मुख्य उद्यान विशेषज्ञ खुशरूबाग, वीके सिंह उद्यान विशेषज्ञ प्रभारी प्रशिक्षण, विनोद कुमार शुक्ल मैनेजर जैन एरीगेशन सिस्टम लिमिटेड, डॉ. मुकेश पीएम वैज्ञानिक उद्यान प्रसार निदेशालय नैनी, इं. दिव्य जायसवाल, शहबाज शमीम आदि ने भी विचार व्यक्त किए।

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