पौधों के लिए फांसी सरीखी है लोहे की जाली, सूख रहे तने मगर कोई नहीं देता ध्यान
फुटपाथ बनाते समय बहुत से पेड़ों के तनों को कंक्रीटों अथवा लोहे की जाली से जकड़ दिया गया। महात्मा गांधी रोड न्याय मार्ग उच्च न्यायालय के समीप पीडी टंडन रोड समेत कई मार्गाें पर जाली में जकड़े पेड़ों के तनों का विकास नहीं हो सका। कई पेड़ सूख गए।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। बढ़ते प्रदूषण को लेकर संगमनगरी से दिल्ली तक हायतौबा मची है, फिर भी जिम्मेदार विभाग इसको लेकर गंभीर नहीं हैं। कुंभ मेले के दौरान शहर में रोड चौड़ीकरण की जद में आए हजारों हरे पेड़ काट दिए गए थे। जिन सड़कों पर बड़े पेड़ हैं, उन्हें भी लोहे की जाली (ट्री गार्ड) से जकड़ दिया गया है। इसकी वजह से कई पेड़ सूख गए हैं। सूखे पेड़ों को नहीं कटवाने से उनके अचानक गिर जाने पर राहगीरों के दुर्घटना की चपेट में आने की आशंका बनी रहती है।
जाली लगाकर भूल गए, सूख गए तमाम पेड़
कुंभ मेले के दौरान प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) द्वारा शहर की ज्यादातर सड़कों का चौड़ीकरण किया गया। फुटपाथों का निर्माण कराते समय बहुत से पेड़ों के तनों को कंक्रीटों अथवा लोहे की जाली से जकड़ दिया गया। महात्मा गांधी रोड, न्याय मार्ग, उच्च न्यायालय के समीप, पीडी टंडन रोड समेत कई मार्गाें पर जाली में जकड़े पेड़ों के तनों का विकास न होने से नीचे के हिस्से सिकुड़ गए हैं। कई पेड़ सूख भी गए हैं।
सूखे पेड़ कटवाने में भी हो रही लापरवाही
शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क में भी सूखे पेड़ों के हवा के तेज झोंके से गिरने का खतरा बना है। कहा जा रहा है कि सूखे पेड़ों को नगर निगम कटवाकर स्टोरों में रखवा ले तो अलाव के लिए लाखों रुपये की लकड़ी न खरीदनी पड़े। वनस्पति विज्ञानी प्रो. एनबी सिंह का कहना है कि लोहे की जालियों से पेड़ों के जड़ और तने कट जाते हैं। भोजन-पानी और आवश्यक खनिज पदार्थों के प्रवाह में बाधा उत्पन्न होती है। पौधों की वृद्धि भी रुक जाती है। पेड़ों के पांच साल होने पर जालियां हटा दी जानी चाहिए। पेड़ वातावरण में आक्सीजन एवं भूजल स्तर बढ़ाने में मददगार होते हैं। इनकी सुरक्षा बेहद जरूरी है।
पीडीए सचिव का है कहना
सड़कों का काम कई विभागों के पास है। ट्री गार्ड पेड़ों की सुरक्षा के लिए लगाए जाते हैं लेकिन, सड़कों का काम प्राधिकरण द्वारा कराया गया होगा और ट्री गार्ड के कारण पेड़ सूख रहे हैं तो उसे हटवाया जाएगा।
- अजीत कुमार सिंह, सचिव, पीडीए
सूखे पेड़ों को वही विभाग कटवाता है, जिसके स्वामित्व में होता है। निगम के कटवाने पर संबंधित विभाग आपत्ति करते हैं, इसलिए जिन पेड़ों को कटवाने के लिए कहा जाता है, उसे ही कटवाया जाता है।
- उत्तम कुमार वर्मा, पर्यावरण अभियंता