इविवि कुलपति पद के लिए इंटरव्यू 21 अगस्त से

इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के स्थायी कलपति के लिए 21 अगस्त से इंटरव्यू होगा। 15 शिक्षाविद आनलाइन इंटरव्यू में होंगे शामिल

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 07:46 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 07:46 PM (IST)
इविवि कुलपति पद के लिए इंटरव्यू 21 अगस्त से
इविवि कुलपति पद के लिए इंटरव्यू 21 अगस्त से

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के स्थायी कुलपति के लिए 21 अगस्त से इंटरव्यू शुरू हो जाएगा। शिक्षा मंत्रालय की तरफ से आवेदकों को आमंत्रण पत्र भेज दिया गया है। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए इंटरव्यू ऑनलाइन माध्यम से लिया जाएगा।

दरअसल, इविवि के पूर्व कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हागलू ने 31 दिसंबर 2019 को पद से इस्तीफा दे दिया था। इनके बाद मंत्रालय के निर्देश पर वरिष्ठता सूची के आधार पर कार्यवाहक कुलपति की नियुक्ति की गई। प्रो. हागलू के इस्तीफे के बाद नाटकीय ढंग से अब तक तीन कार्यवाहक कुलपति को जिम्मा सौंपा गया। गत मंगलवार को करीब साढ़े तीन बजे नई दिल्ली में सर्च कमेटी की पहली बैठक सम्पन्न हुई। इसमें आवेदन पत्रों की स्क्रीनिंग हुई। इसमें देशभर से 413 आवेदकों में से 15 आवेदकों को इंटरव्यू के लिए चुना गया। इन 15 नामों में इविवि से भी तीन शिक्षक हैं। इंटरव्यू की प्रक्रिया 21 से 25 अगस्त तक पूरी होगी। पाच दिन में सभी का ऑनलाइन इंटरव्यू लेने के बाद कमेटी बंद लिफाफे में नाम मंत्रालय को भेज देगी। फिर इविवि के विजिटर यानी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से चर्चा के बाद कुलपति के नाम पर अंतिम मुहर लग जाएगी। प्रक्रिया में तेजी होने से आसार लगाए जा रहे हैं कि सितंबर में इविवि को स्थायी कुलपति मिल जाएगा।

अनशन को समर्थन देने पहुंचे एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन पर परीक्षा के विरोध में क्रमिक अनशन छात्रनेता अजय यादव सम्राट के नेतृत्व में 23वें दिन भी जारी रहा। गुरुवार को छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष और एनएसयूआइ के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव भी अनशन को समर्थन देने पहुंचे। उनका जोरदार स्वागत किया गया।

अखिलेश यादव ने सबसे पहले शहीद लाल पद्मधर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद काग्रेस प्रवक्ता दिवंगत हुए राजीव त्यागी की आत्मा की शांति के लिए शोक व्यक्त किया। अनशन स्थल पर पहुंचकर कहा कि एनएसयूआइ शुरू से ही छात्र-छात्राओं की लड़ाई लड़ते आई है। कहा कि हम सरकार को भी जताना चाहते हैं यदि जल्द से जल्द अनशनरत छात्रों की मागे नहीं मानी जाती हैं तो एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा। प्रगतिशील समाजवादी (लोहिया) छात्रसभा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष दिनेश यादव ने कहा कि हम गाधीवादी तरीके से अपनी मागों को लेकर आदोलन कर रहे हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन इसे हमारी कमजोरी न समझे। इस दौरान शेष नारायण ओझा, जितेश मिश्र, पृथ्वी प्रकाश तिवारी, अक्षय क्रातिवीर समेत सछास से जुड़े लोग मौजूद रहे।

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