अवैध टेलीफोन एक्सचेंज मामले में खुफिया एजेंसी के अफसरों ने शातिरों से की पूछताछ

खुफिया एजेंसी के अफसरों ने अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चलाने के मामले में पकड़े गए शातिरों से पूछताछ की। मकान मालिक की भूमिका की जांच हो रही है। वहीं आरोपित जेल भेजे गए हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 03 Feb 2019 09:56 PM (IST) Updated:Mon, 04 Feb 2019 07:45 AM (IST)
अवैध टेलीफोन एक्सचेंज मामले में खुफिया एजेंसी के अफसरों ने शातिरों से की पूछताछ
अवैध टेलीफोन एक्सचेंज मामले में खुफिया एजेंसी के अफसरों ने शातिरों से की पूछताछ

प्रयागराज : अवैध टेलीफोन एक्सचेंज के जरिए पाकिस्तान समेत अन्य देशों में बातचीत की साजिश का राजफाश होने के बाद खुफिया एजेंसी पूरे मामले की पड़ताल में जुट गई है। मऊआइमा थाने पहुंचे खुफिया एजेंसी के अफसरों ने अभियुक्तों से लंबी पूछताछ की। करीब तीन घंटे तक हुए सवाल-जवाब में कई सुराग हाथ लगे हैं, जिसकी सच्चाई का पता लगाया जा रहा है। मकान मालिक सगीर चप्पलवाला की भूमिका की भी जांच हो रही है। पूछताछ के बाद दोपहर में आरोपित मो.आसिफ, नदीम, मो.माबद व सोनू खान को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

किन लोगों के नाम पर लिए गए थे सिम कार्ड?

पुलिस यह भी पता लगा रही है कि शातिरों युवकों से बरामद मोबाइल सिम कार्ड किन-किन लोगों के नाम पर लिए गए थे। वह कहां के रहने वाले हैं और आसिफ के संपर्क में कैसे आए। इसके लिए मोबाइल कंपनी से भी जानकारी मांगी गई है। विदेश में किस-किस नंबर पर, कि ससे और कितनी देर बातचीत होती थी, इसकी छानबीन की भी की जा रही है। मऊआइमा निवासी मो.जफर, आसिफ, सोनू खान, प्रतापगढ़ के माबद और आजमगढ़ के नदीम की पारिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में तफ्तीश चल रही है।

मोबाइल नंबर की निकाली जा रही सीडीआर

इंस्पेक्टर मऊआइमा अरुण चतुर्वेदी ने बताया कि गिरफ्त में आए अभियुक्तों के मोबाइल नंबर की सीडीआर निकलवाई जा रही है। ताकि यह पता चल सके कि उनसे किन-किन लोगों से बातचीत होती थी। उल्लेखनीय है कि शनिवार को खुफिया एजेंसी और पुलिस ने सगीर के घर छापेमारी कर अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का भंडाफोड़ करते हुए चार युवकों को गिरफ्तार किया था।

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