नमो देव्यै महादेव्यै: शिक्षिका रश्मि की प्रेरणा से प्रतापगढ़ के बच्चों ने राष्ट्रीय स्तर पर किया नाम रोशन

विज्ञान शिक्षिका रश्मि मिश्रा लगातार इस विद्यालय के बच्चों को विभिन्न आनलाइन गतिविधियों और प्रतिस्पर्धा से परिचित कराती रहती हैं। रश्मि का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों में आत्मविश्वास अन्वेषण क्षमता का विकास और हुनर को निखारने के लिए मंच प्रदान करना ही उनका उद्देश्य है।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 03:57 PM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 11:46 PM (IST)
नमो देव्यै महादेव्यै: शिक्षिका रश्मि की प्रेरणा से प्रतापगढ़ के बच्चों ने राष्ट्रीय स्तर पर किया नाम रोशन
रश्मि बच्चों को इस काबिल बना रही हैं कि वह राष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर रहे हैं

प्रतापगढ़, जागरण संवाददाता। महिलाएं दुर्गा स्वरूपा होती हैं। मां दुर्गा के नौ स्वरूपों में एक मां सिद्धिदात्री का भी स्वरूप है। उच्च प्राथमिक विद्यालय मरुआन की विज्ञान शिक्षिका रश्मि मिश्रा मां सिद्धिदात्री के रूप मेंं स्कूल के बच्चों को इस काबिल बना रही हैं कि वह राष्ट्रीय स्तर पर जिले का नाम रोशन कर रहे हैं। उनके प्रयास से बच्चों ने राष्ट्रीय स्तर पर सफलता हासिल की है। उनकी प्रेरणा से कई और बच्चे अलग-अलग प्रतियोगितों के लिए तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि स्कूल से कई प्रतिभाएं उभरकर सामने आएंगी।

राष्ट्रीय प्रतियोगिता में चमके रश्मि के शिष्य प्रिंस और पुनीत

उच्च प्राथमिक स्कूल मरुआन के दो होनहार छात्रों प्रिंस यादव और पुनीत कुमार पाल ने राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित मेगा साइंस एक्सपेरिमेंट में प्रतिभाग कर 80 प्रतिशत अंक प्राप्त कर

उल्लेखनीय सफलता हासिल की। इंडियाज लार्जेस्ट साइंस टैलेंट सर्च (भारत का सबसे बड़ा वैज्ञानिक ऑनलाइन प्रयोग) का आयोजन विज्ञान भारती, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान भारत सरकार और एनसीईआरटी द्वारा ऑनलाइन आयोजित किया गया था। इसमें जनवरी 2021 से लेकर अप्रैल 2021 तक राइट ईट ( उचित भोजन) पर विभिन्न प्रयोग करने थे। ऑनलाइन माध्यम से इन बच्चों ने इस राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लिया और अपने दैनिक भोजन, उससे जुड़े पोषण, कार्बन फुट प्रिंट पर कार्य किया।

बच्चों की प्रतिभा निखारने का लगातार प्रयास

विज्ञान शिक्षिका रश्मि मिश्रा लगातार इस विद्यालय के बच्चों को विभिन्न आनलाइन गतिविधियों और प्रतिस्पर्धा से परिचित कराती रहती हैं। रश्मि का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों में आत्मविश्वास, अन्वेषण क्षमता का विकास, और हुनर को निखारने के लिए मंच प्रदान करना ही उनका उद्देश्य है। बालिका शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के लिए जल्द ही मेरा हस्ताक्षर, मेरा अभिमान नाम का अभियान प्रारंभ किया जाएगा उम्मीद की जा रही है कि ऐसी प्रतियोगिताओं का बच्चों के मानसिक विकास में सकारात्मक असर होगा।

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