प्रयागराज के SRN अस्पताल में डाक्टरों से मारपीट की घटना में इंस्पेक्टर को निलंबित कर लिखा गया नामजद मुकदमा
जिलाधिकारी ने मामले को शांत कराया। डॉक्टरों से मारपीट के आरोप में इंस्पेक्टर जुल्फिकार अली को निलंबित करते हुए उसके खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई है। प्रकरण में इंस्पेक्टर समेत तीन लोगो पर मुकदमा दर्ज कर एसआरएन में पुलिस व पीएसी तैनात कर दी गई है।
प्रयागराज,जेएनएन। स्वरूपरानी नेहरू (एसआरएन) अस्पताल में गुरुवार देर रात बुजुर्ग महिला बदरुन्निशा की हालत बिगडऩे और फिर मौत हो जाने पर जमकर हंगामा हुआ। तीमारदारों और डॉक्टरों में मारपीट में कई जख्मी हो गए। घटना से नाराज डॉक्टरों ने शुक्रवार सुबह हड़ताल करते हुए धरने पर बैठ गए। जिलाधिकारी ने मामले को शांत कराया। डॉक्टरों से मारपीट के आरोप में इंस्पेक्टर जुल्फिकार अली को निलंबित करते हुए उसके खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई है। इस घटना में अस्पताल के सीएमएमस से मिली तहरीर के आधार पर इंस्पेक्टर जुल्फिकार अली, सरफराज और गुफरान के खिलाफ मारपीट, सरकारी काम में बाधा, धमकी और महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा कोतवाली पुलिस ने लिखा है। साथ ही एसआरएन अस्पताल परिसर में पुलिस व पीएसी तैनात कर दी गई है।
यह था मामला
मूलरूप से चंदौली निवासी जुल्फिकार अली प्रयागराज के करैलाबाग मोहल्ले में लंबे समय से परिवार सहित रह रहे हैं। वह प्रतापगढ़ पुलिस में लीगल सेल में इंस्पेक्टर पद पर तैनात हैं। उनकी मां बदरुन्निशां को कोरोना होने पर चार दिन पहले एसआरएन में भर्ती कराया गया था। जुल्फिकार के छोटे भाई सरफराज अली ने बताया कि मां वार्ड एक में भर्ती थीं। उन्हें गुरुवार को डाक्टरों ने निगेटिव बताया और डिस्चार्ज करने को कहा लेकिन उनकी सांस का सेचुरेशन लेवल उस समय 57 था। उनका आरोप है कि डाक्टर जबर्दस्ती बाहर करने पर आमादा थे। इसका विरोध किया तो डाक्टर भड़क गए। डाक्टरों की हरकत का मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू किया तो वे मारपीट करने लगे। रात करीब दो बजे डाक्टरों ने ज्यादा दुव्र्यवहार शुरू किया तो सरफराज ने फोन करके परिवार को बुला लिया। सूचना पाते ही जुल्फिकार अली, उनकी पत्नी सीमा परवीन, फुफेरे भाई मोहम्मद सुहैल, सरफराज की बहनें शबनम व अफसाना सहित अन्य लोग पहुंचे।
डॉक्टरों पर लगाया पिटाई का आरोप
आरोप है कि डाक्टरों ने उन सभी पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया। कुर्सियों से मारा। पूरा परिवार जख्मी हो गया। इसी बीच बदरुन्निशा की मौत हो गई। उधर, डॉक्टरों ने तीमारदारों पर पिटाई का आरोप लगाते हुए कुछ के जख्मी होने की बात कही है। एसपी क्राइम, सीओ समेत कई थाने की फोर्स मौके पर पहुंची, और रात में मामले को शांत कराने के साथ घायलों को काल्विन अस्पताल भिजवाया। इधर, कार्रवाई की मांग को लेकर शुक्रवार सुबह डॉक्टर धरने पर बैठ गए, जिससे कई घंटे चिकित्सकीय कार्य ठप रहा। मामले में जूनियर रेजीडेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. साहिल सचदेवा का कहना है कि एसोसिएशन की तरफ से तहरीर पुलिस को दी जा रही है। दो-तीन डाक्टर भी घायल हुए हैं।
आइजी बोले, मुकदमा दर्ज कर होगी आवश्यक कार्रवाई
आइजी केपी सिंह ने बताया कि मामले में इंस्पेक्टर जुल्फिकार अली को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विभागीय जांच बैठा दी गई है। अस्पताल में तीन शिफ्टों में पीएसी तैनात की गई है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर पुलिस अपना काम करेगी।