हत्यारोपितों से इंस्पेक्टर और सिपाही ने ली जमीन, डीआइजी ने जांच टीम गठित की Prayagraj News
हत्यारोपितों से इंस्पेक्टर और सिपाही ने जमीन ले ली। राजस्व अभिलेख में नाम चढ़ने पर इसकी शिकायत की गई। पुरामुफ्ती थाने के मामले की जांच के लिए डीआईजी ने टीम गठित कर दी है।
जासं, प्रयागराज : हत्या जैसे जघन्य अपराध के आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई करने के बजाए पुलिस न केवल नरमी दिखा रही है बल्कि अपना हित भी साध रही है। ऐसा ही एक मामला कौशांबी जिले के पूरामुफ्ती थाने का सामने आया है। आरोप है कि यहां तैनात एक इंस्पेक्टर व सिपाही ने हत्यारोपितों से अपने परिजनों के नाम पर लाखों रुपये की जमीन ली है। राजस्व अभिलेख में पुलिस कर्मियों का नाम सामने आने पर मामले की शिकायत डीआइजी से हुई, जिस पर उन्होंने जांच बैठा दी है।
पूर्व ब्लॉक प्रमुख की हत्या का मामला
पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के कोइलहा गांव निवासी पूर्व ब्लॉक प्रमुख राम सरन की सात दिसंबर 2014 को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या की गई थी। इस मामले में तत्कालीन थानाध्यक्ष को लापरवाही के आरोप में निलंबित किया गया था। मामले में आमिर असरार उर्फ अक्कू, आफाक अहमद, चंदन उर्फ गब्बर और रामचंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस ने कई अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा, लेकिन कुछ फरार रहे। इस बीच मृतक की पत्नी व बेटे सोनू कुमार आरोप लगाते रहे कि उन्हें मुकदमे में समझौता करने के लिए दबाव डाला जा रहा है। जमानत पर बाहर आने के बाद कुछ आरोपितों ने सोनू पर हमला भी किया।
सिपाही ने पत्नी के नाम व इंस्पेक्टर ने रिश्तेदारों के नाम जमीन लेने का आरोप
अब पीड़ित परिवार का आरोप है कि पूरामुफ्ती थाने में तैनात एक सिपाही ने अपनी पत्नी के नाम आफाक अहमद से लाखों रुपये की जमीन ली है। इंस्पेक्टर ने अपने रिश्तेदारों के नाम जमीन लिखवाई। डीआइजी को दी गई शिकायत में यह भी कहा गया है कि इंस्पेक्टर और सिपाही दोनों पूर्वाचल के रहने वाले हैं। पुलिस और अपराधियों के गठजोड़ से पूरा परिवार सहमा हुआ है और उनकी हत्या हो सकती है।
बोले डीआइजी
डीआइजी केपी सिंह कहते हैं कि मामले की जांच करवाई जा रही है। जांच रिपोर्ट से पता चलेगा कि जमीन पैसा देकर ली गई है या नहीं। दोषी पाए जाने पर संबंधित पुलिस वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।