Indian Railways: जल्द वेंडर सभी प्लेटफार्म पर बेच सकेंगे खाद सामग्री, जानें रेलवे की क्‍या है योजना

Indian Railways सभी वेंडरों को हाकिंग का अधिकार देने के लिए जोन स्तर पर पालिसी बन रही है। जल्द ही उसे सभी मंडलों में लागू किया जाएगा। यात्रियों को ट्रेन से उतरकर खाने-पीने का सामान न खरीदा पड़े इसके लिए रेलवे बोर्ड ने 2019 में हाकिंग की अनुमति दी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 01:44 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 01:44 PM (IST)
Indian Railways: जल्द वेंडर सभी प्लेटफार्म पर बेच सकेंगे खाद सामग्री, जानें रेलवे की क्‍या है योजना
सभी वेंडरों को हाकिंग का अधिकार देने के लिए रेलवे जोन स्तर पर पालिसी बना रहा है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस का संक्रमण कम होने पर स्टेशन पर व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है। स्टेशन के स्टालों को मल्टी परपज कर दिया गया है। अब वेंडरों को सभी प्लेटफार्म पर घूम-घूमकर खाना बेचने की अनुमति देने की तैयारी चल रही है। प्रयागराज जंक्शन और कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कुछ वेंडरों को अभी इसकी अनुमति है। 

वेंडरों को हाकिंग अधिकार को बन रही पालिसी

सभी वेंडरों को हाकिंग का अधिकार देने के लिए जोन स्तर पर पालिसी बन रही है। जल्द ही उसे सभी मंडलों में लागू किया जाएगा। यात्रियों को ट्रेन से उतरकर खाने-पीने का सामान न खरीदा पड़े, इसके लिए रेलवे बोर्ड ने 2019 में स्टेशनों पर वेंडरों को एक प्लेटफार्म पर हाकिंग (घूमकर सामान बेचने) करने की अनुमति दी। पहले छह महीने के लिए अनुबंध पत्र जारी किया गया। उसके बाद इसे बढ़ाया गया। फिर इसमें विस्तार करते हुए कुछ वेंडरों को सभी प्लेटफार्म पर घूम-घूमकर सामान बेचने का अधिकार दिया गया। इसको लेकर अन्य वेंडरों ने विरोध भी किया। मंडल स्तर पर शिकायत भी की। उसके बाद इसमें विस्तार की कार्ययोजना तैयार बनाई गई।

वेंडरों की बढ़ेगी आय

अब सभी वेंडरों को सभी प्लेटफार्म पर हाकिंग की अनुमति देने की तैयारी चल रही है। इसके लिए वेंडर से अलग से शुल्क लिया जाएगा। इससे जहां वेंडरों की आय बढ़ेगी, वहीं रेलवे के राजस्व में भी इजाफा होगा। क्योंकि स्टाल का वार्षिक शुल्क और हाकिंग शुल्क अलग-अलग लिया जाता है। प्रयागराज मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अमित कुमार सिंह का कहना है कि जोन स्तर से नई हाकिंग की पालिसी का आदेश जारी होने पर मंडल के सभी स्टेशनों पर उसे लागू कराया जाएगा। 

एएच व्हीलर का बदल चुका है स्वरूप

कभी किताबों और मैगजीन के लिए अपनी पहचान रखने वाले एएच व्हीलर का अब पूरा स्वरूप बदल गया है। अब इनकी स्टाल पर खान-पान की सभी चीजें मिलती हैं। दवा से लेकर घर की जरूरत की सभी चीजें स्टाल पर मिलती है। जब से मल्टी परपज स्टाल बनी है, तब से इनके कारोबार में भी बढ़ोतरी हुई है। आने वाले दिनों में इसमें और इजाफा होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

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