Indian Railways: प्रयागराज से भी चल सकती है किसान रेल, आलू व केले के किसानों को होगा लाभ
Indian Railways उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) डा. शिवम शर्मा का कहना है कि जिन क्षेत्रों से डिमांड आ रही है वहां से किसान रेल चलाई जा रही है। प्रयागराज से भी किसान रेल चलाई जा सकती है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। Kisan Rail किसानों को उनकी उत्पाद का उचित मूल्य मिल सके और उन्हें अधिक मुनाफा हो सके, इसके लिए रेलवे किसान रेल चला रहा है। उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) द्वारा पहली किसान रेल चलाए जाने के बाद अब प्रयागराज से भी ट्रेन चलाए जाने की संभावना बढ़ गई है। एनसीआर की पहली किसान रेल में आलू और खाद्य तेल का लदान किया गया था। प्रयागराज और आसपास के जिलों में आलू और केले की बड़े पैमाने पर खेती होती है। ऐसे में इन चीजों का यहां से लदान हो सकता है। इससे यहां के किसानों को लाभ होगा।
किसानों की सहूलियत व राजस्व बढ़ाने को किसान रेल का संचालन
कोरोना वायरस संक्रमण काल में रेलवे ने किसानों की सहूलियत और अपना राजस्व बढ़ाने के लिए किसान रेल का संचालन शुरू किया। भारतीय रेल के अन्य जोन में अलग-अलग सामान लेकर किसान रेल चल चुकी है। उत्तर मध्य रेलवे में लगातार प्रयास जारी थे।
प्रयागराज होते हुए आज असम पहुंचेगी ट्रेन
आगरा (यमुना ब्रिज) से 12 वीपीयू वाली लगभग 270 टन आलू लेकर ट्रेन रवाना हुई, जो प्रयागराज होते हुए मंगलवार को शाम पांच बजे असम के चांगसारी पहुंचेगी। इसके अलावा झांसी डिवीजन ने भीमसेन (कानपुर के पास) से खाद्य तेल का पहला रैक लोड किया। खाद्य तेल से लदी वैगनों को दीमापुर, डिब्रूगढ़ और अजारा के लिए लोड किया गया है। कृषि के अन्य उत्पादों के लिए भी एनसीआर से किसान रेल चलाने पर विचार-विमर्श चल रहा है। उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक प्रमोद कुमार ने इस सफलता पर आगरा और झांसी मंडल को बधाई दी।
एनसीआर के सीपीआरओ ने जताई संभावना
उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) डा. शिवम शर्मा का कहना है कि जिन क्षेत्रों से डिमांड आ रही है, वहां से किसान रेल चलाई जा रही है। प्रयागराज से भी किसान रेल चलाई जा सकती है।
मछली की होती है पश्चिम बंगाल तक सप्लाई
प्रतापगढ़ और कौशांबी जिले में बड़े पैमाने पर मत्स्य पालन होता है। यहां की मछली की सप्लाई पश्चिम बंगाल तक होती है। दूसरे राज्यों में डिमांड के आधार पर सप्लाई होती है। सड़क परिवहन से माल की सप्लाई आने पर खर्च ज्यादा आता है, इसलिए रेलवे के माध्यम से सप्लाई की नई संभावना भी तलाशी जा रही है।