Theft Case: प्रयागराज में सो रहा था अधिवक्ता का परिवार, चोरों ने मार दिया घर में हाथ
टीपी नगर में रहने वाले हाईकोर्ट के अधिवक्ता गजेंद्र सिंह पुत्र श्याम लाल सिंह के घर को गुरुवार देर रात चोरों ने खंगाला डाला। नकदी आभूषण आदि सामान उठा ले गए। इसकी जानकारी शुक्रवार सुबह हुई। गजेंद्र सिंह ने तत्काल धूमनगंज पुलिस को इसकी जानकारी देते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। धूमनगंज थाना क्षेत्र के टीपी नगर में रहने वाले हाईकोर्ट के अधिवक्ता गजेंद्र सिंह पुत्र श्याम लाल सिंह के घर को चोरों ने खंगाला डाला। नकदी, आभूषण आदि सामान उठा ले गए। इसकी जानकारी सुबह हुई। गजेंद्र सिंह ने तत्काल धूमनगंज पुलिस को इसकी जानकारी देते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई। गजेंद्र सिंह रात में महेंद्र नगर मोहल्ले में रहने वाले अपने मित्र के यहां गए थे। घर में उनका साला था जो उनके चैंबर में बैठकर पढ़ाई कर रहा था। रात करीब दस बजे वह मित्र के घर से लौटे और अपने कमरे में सोने चले गए। उस समय तक सब कुछ ठीक ठाक था। शुक्रवार सुबह 8:30 बजे उनकी पत्नी छत पर गई थी। उसी समय पत्नी की नजर सीढ़ी के दरवाजे के अंदर एक जोड़ी काले रंग की अधजली चप्पल पर पड़ी। संदेह होने पर कमरे में आकर बताया तो वे मौके पर पहुंचे। चप्पल देखी तो उनको आशंका हुई कि कोई बाहरी व्यक्ति घर में दाखिल हुआ था। उन्होंने आलमारी देखी तो उसका लाक खुला था। दराज में रखा एक लाख रुपये नकद, आभूषण आदि सामान गायब था। इंस्पेक्टर तारकेश्वर राय से मामला दर्ज करते हुए डाग स्क्वायड और फोरेंसिंक टीम को बुलाया। फाेरेंसिंक टीम ने जांच पड़ताल की। वहीं डाग स्क्वायड अधिवक्ता के घर के पास ही मंडरा कर रह गया। इंस्पेक्टर का कहना है कि चोरों का पता लगाया जा रहा है।
नाट फार रिटेल सेल की सीमेंट बेचने पर मुकदमा
प्रयागराज : नाट फार रिटेल सेल की सीमेंट बेचने पर मुट्ठीगंज थाने में विकास ट्रेडर्स के मालिक विकास केसरवानी के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है। एफआइआर गुड़गांव निवासी आइआइआरआइएस कंपनी के उप प्रबंधक कमल सिंह ने दर्ज कराई है। कमल का आरोप है कि बाजार सर्वे के द्वारा पता चला था कि मुट्ठीगंज स्थित विकास ट्रेडर्स पर नाट फार रिटेल सेल की सीमेंट बेची जा रही है। इस सूचना पर वह मुट्ठीगंज थाने की पुलिस के साथ विकास ट्रेडर्स पर छापेमारी की। वहां एक टैक्सी में नाट फार रिटेल सेल की सीमेंट लादी जा रही थी। दुकान की तलाशी लेने पर भीतर भी 20 बोरी सीमेंट मिली। उस सीमेंट को बेचने के बारे में पूूछने पर दुकान मालिक कुछ नहीं बता सका। तब सीमेंट के साथ उसे पकड़कर थाने ले जाया गया और फिर मुकदमा लिखकर आवश्यक कार्रवाई की गई। उप प्रबंधक ने बताया कि अल्ट्रा टेक कंपनी की ओर से सरकारी इमारत अथवा किसी बड़े निर्माण के लिए नाट फार रिटेल सेल सीमेंट भेजी जाती है, जिसे फुटकर नहीं बेचा जा सकता है। मगर दुकानदार धोखाधड़ी करके कर रहा था।