Mela 2021 : वाकी-टॉकी पर जय श्रीराम... नेटवर्क समस्या की वजह से मोबाइल का बनाया विकल्प
साकेत धाम पीठाधीश्वर जगदगुरु बिनैका बाबा का शिविर त्रिवेणी मार्ग में लगा है। इनके शिविर की व्यवस्था अत्याधुनिक है। दर्जन भर वाकी-टॉकी सेट इस्तेमाल किए जा रहे हैं। भंडार चलाने वाले हवन-पूजन कराने वाले वाहन चालक सामान की व्यवस्था संभालने वाले महात्माओं के हाथ में सेट है।
प्रयागराज, जेएनएन। जय श्रीराम-जय श्रीराम..., आचार्य जी कहां हो ? भंडार गृह में पहुंचो। भंडारा समय से शुरू करना है...। (दूसरी ओर से आवाज) जय श्रीराम गुरुदेव, मैं पहुंच रहा हूं...। माघ मेला क्षेत्र में जगदगुरु बिनैका बाबा कुछ यूं ही अपनी व्यवस्था संचालित करते हैं। दरअसल, मोबाइल का नेटवर्क मेला क्षेत्र में अक्सर बाधित रहता है। नेटवर्क की समस्या से संपर्क न टूटने पाए, इसके लिए पुलिस वालों की तरह जगदगुरु बिनैका बाबा वाकी-टॉकी का प्रयोग कर रहे हैं। बस अंतर इतना है कि चार्ली-चार्ली की जगह बाबा जी जय श्रीराम का संबोधन करते हैं।
शिविर में ठहरे श्रद्धालुओं को भी दिया जाता है वॉकी टॉकी
साकेत धाम पीठाधीश्वर जगदगुरु बिनैका बाबा का शिविर त्रिवेणी मार्ग में लगा है। इनके शिविर की व्यवस्था अत्याधुनिक है। दर्जन भर वाकी-टॉकी सेट इस्तेमाल किए जा रहे हैं। भंडार चलाने वाले, हवन-पूजन कराने वाले, वाहन चालक, सामान की व्यवस्था संभालने वाले महात्माओं के हाथ में सेट है। इसी के जरिए सब एक-दूसरे से संपर्क स्थापित करते हैं। बाहर से आकर शिविर में रुकने वाले श्रद्धालुओं को वाकी-टॉकी का सेट दिया जाता है, जिससे किसी प्रकार की जरूरत होने पर वो इसके जरिए संपर्क कर सकें। बिनैका बाबा बताते हैं कि वाकी-टॉकी आज की जरूरत है। इसके जरिए बिना किसी विघ्न के आसानी से संपर्क स्थापित कर लेते हैं। इसके लिए अलग से खर्च भी नहीं करना पड़ता। जबकि, मोबाइल का प्रयोग करने पर नेटवर्क की समस्या रहती है। साथ ही उसका खर्च भी अधिक आता है।
सीसीटीवी कैमरों से रखते हैं नजर
बिनैका बाबा ने अपने शिविर में जगह-जगह सीसी कैमरा भी लगवाया है। इसके जरिए वो पूरे शिविर की गतिविधियों पर नजर रखते हैं। किसी संत के अस्थायी शिविर में सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी करना भी आधुनिक व्यवस्था ही कही जाएगी।