Politics: 2022 में वीआईपी 169 सीटों पर लड़ेगी यूपी में चुनाव, प्रयागराज में बोले लौटनराम निषाद
वीआइपी के प्रदेश अध्यक्ष लौटनराम निषाद ने कहा कि पश्चिम बंगाल दिल्ली उड़ीसा में निषाद जातियों को अनूसूचित जाति का आरक्षण मिलता है तो उत्तर प्रदेश बिहार झारखंड के निषाद मल्लाह केवट बिंद गोडिया आदि को इससे अलग रखा जा रहा है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) सियासी समर में दमखम दिखाने में जुटी है। प्रदेश अध्यक्ष चौधरी लौटनराम निषाद का कहना है कि उनका दल 169 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। हमारे दल का मुख्य मुद्दा सिर्फ निषाद बिरादरी का आरक्षण दिलाना है। इसके लिए पुरजोर आवाज उठाई जाएगी। यह बात उन्होंने पिछले दिनों प्रयागराज प्रवास के दाैरान अनौपचारिक बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल, दिल्ली, उड़ीसा में निषाद जातियों को अनूसूचित जाति का आरक्षण मिलता है, तो उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड के निषाद, मल्लाह, केवट, बिंद, गोडिया आदि को इससे अलग रखा जा रहा है।
भाजपा पर निषाद समाज के साथ वादाखिलाफी का भी आरोप
लौटनराम ने जातिगत जनगणना के लिए भी आवाज उठाई। कहा कि जब जानवरों व पेड़ों की गणना कराई जाती है तो अगड़ों व पिछडों की क्यों नहीं। उन्होंने सरकारी उपक्रमों, संस्थानों के निजीकरण को पिछड़ा, दलित, वंचित विरोधी बताया। भाजपा पर निषाद समाज के साथ वादाखिलाफी का भी आरोप मढ़ा। कहा कि कहां गया भाजपा का वादा व भाजपा दृष्टि पत्र, फिशरमैन विज़न डाक्यूमेंट्स का संकल्प? भाजपा ने मछुआरा दृष्टि पत्र का संकल्प व वादा पूरा नहीं किया। विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा ने वादा पूरा नहीं किया तो अब श्रीराम- निषादराज की मित्रता के नाम पर निषाद समाज उसके बहकावे व भुलावे में नहीं आयेगा। कांठ की हांडी बार बार नहीं चढ़ती है। जब बिल्ली का मुंह गर्म दूध से जल जाता है,तो वह छाछ व मठ्ठा भी फूंककर पीती है। उन्होंने मझवार, तुरैहा, गोंड, बेल्दार, खैरहा, खोरोट की तरह निषाद मछुआरा जातियों के आरक्षण व परंपरागत पुश्तैनी पेशों की बहाली की मांग की।
निषाद कटपीस नहीं, समझ ले भाजपा
लौटनराम ने कहा कि निषाद कटपीस नहीं, थान वाली जातियों का समूह है। उत्तर प्रदेश की 403 में 169 सीटों पर 40 हजार से 1.20 लाख निषाद, कश्यप, बिंद मतदाता हैं।वीआइपी पूरे दमखम के साथ अपने चुनाव चिन्ह नाव से मिशन-2022 का चुनाव लड़ेगी। आवश्यकता पड़ी तो सामाजिक न्याय आधारित दलों से गठबन्धन कर मिशन -2022 के चुनावी समर में उतरेगी।