लालच में लिंक पर क्लिक किया और बैंक खाते से रकम साफ, प्रयागराज में बढ़ गई ऐसी साइबर ठगी

साइबर शातिरों ने ऐसा मकडज़ाल फैला रखा है कि पुलिस भी हांफने लगी है। पुलिस साइबर क्राइम को रोकने के लिए एक रास्ता बंद करती है तो वह दूसरा और तीसरा रास्ता निकाल लेते हैं। आजकल लोगों के मोबाइल पर रुपये जीतने का संदेश आ रहा है।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 08:00 AM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 12:57 PM (IST)
लालच में लिंक पर क्लिक किया और बैंक खाते से रकम साफ, प्रयागराज में बढ़ गई ऐसी साइबर ठगी
साइबर शातिरों ने ऐसा मकडज़ाल फैला रखा है कि पुलिस भी हांफने लगी है।

प्रयागराज, जेएनएन। साइबर शातिरों ने ऐसा मकडज़ाल फैला रखा है कि पुलिस भी हांफने लगी है। पुलिस साइबर क्राइम को रोकने के लिए एक रास्ता बंद करती है तो वह दूसरा और तीसरा रास्ता निकाल लेते हैं। आजकल लोगों के मोबाइल पर रुपये जीतने का संदेश आ रहा है। किसी को 199 तो किसी को 799 रुपये तक जितवाए जा रहे हैं। इन रुपये को सीधे बैंक खाते में जमा करने के लिए क्लिक करने की बात भी कही जाती है। किसी ने क्लिक किया तो उसका बैंक खाता खाली होना तय है। कुछ ऐसे मामले भी प्रकाश में आए हैं, जो इन साइबर शातिरों के जाल में फंसकर अपनी पूंजी गवां बैठे हैं।

मैसेज पर क्लिक करने पर गंवा दी जमा पूंजी

कौडि़हार क्षेत्र के रहने वाले मुलायम यादव के मोबाइल पर संदेश आया। उसमें कहा गया था कि बधाई हो आपने जीता है 199 रुपये। अभी वह कुछ समझ पाते इसके पहले फिर संदेश आया कि आपने 549 रुपये जीता है। चंद सेकेंड बाद फिर संदेश आया कि आपने 799 रुपये जीत लिया है। रुपये सीधे बैंक खाते में जमा करने के लिए नीचे क्लिक करें। मुलायम ने जैसे ही क्लिक किया एक लिंक  आया और उसे भी क्लिक करने को कहा गया। मुलायम ने बिना जांचे परखे उसे भी क्लिक कर दिया, बस इसके बाद उसके खाते से करीब चार हजार रुपये निकल गए। यह भी शुक्र था कि खाते में इतने ही रुपये थे। इसी प्रकार शहर के धूमनगंज के प्रीतम नगर के रहने वाले रामअधार के साथ भी यही हुआ। इन्होंने भी इस आफर को कबूल किया और खाते से आठ हजार रुपये निकल गए। इसी प्रकार अन्य भी कई घटनाएं इस प्रकार की हो चुकी हैं।  

लगातार साइबर सेल कर रहा लोगों को जागरुक

साइबर सेल द्वारा लोगों को लगातार साइबर क्राइम से बचाने के लिए जागरुक कर रहा है। फेसबुक समेत तमाम माध्यम से लोगों को सचेत किया जा रहा है कि वह किसी को बैंक खाता के बारे में जानकारी न दें। किसी को ओटीपी न बताएं। किसी भी अपरिचित लिंक को क्लिक न करें। कोई बैंक अधिकारी बनकर अगर फोन करें तो फोन काट दें और बैंक जाकर संपर्क करें।

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