प्रयागराज की पटाखा फैक्ट्री में लगी आग समय पर न बुझती तो चपेट में आ जाती आबादी, एक की मौत हुई है

आबादी के बीच पटाखा फैक्ट्री संचालित होने का विरोध ग्रामीण पहले कई बार कर चुके थे। ग्रामीणों का कहना था कि अगर कभी भी यहां हादसा होता है तो पूरी बस्ती चपेट में आ जाएगी लेकिन उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया गया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 11:56 AM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 11:56 AM (IST)
प्रयागराज की पटाखा फैक्ट्री में लगी आग समय पर न बुझती तो चपेट में आ जाती आबादी, एक की मौत हुई है
फायर ब्रिगेड कर्मचारियों ने समय रहते पटाखा फैक्‍ट्री में लगी आग को बुझा दिया वरना बड़ा हादसा हो सकता था।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज में नैनी थाना क्षेत्र के बसवार रोड स्थित धनुआ गांव में पटाखा फैक्ट्री में शुक्रवार सुबह लगी आग को समय रहते फायर ब्रिगेड कर्मियों ने काबू में कर लिया था। अन्यथा बड़ी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता था। फैक्ट्री से चंद कदम दूर ही आबादी है और ऐसे में एक छोटी सी चिंगारी पूरी बस्ती को राख में तब्दील कर देती। यही वजह थी कि यहां के लोग भयभीत रहे और जब आग बुझी तब जाकर इनके जान में जान आई।

कई बार ग्रामीण कर चुके थे विरोध

आबादी के बीच पटाखा फैक्ट्री संचालित होने का विरोध ग्रामीण पहले कई बार कर चुके थे। ग्रामीणों का कहना था कि अगर कभी भी यहां हादसा होता है तो पूरी बस्ती चपेट में आ जाएगी, लेकिन उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया गया। शुक्रवार सुबह जब पटाखा फैक्ट्री में आग लगने की घटना हुई तो लोगों के बीच इसी बात को लेकर चर्चा होती रही।

एक की हो गई मौत, तीन की हालत नाजुक

बसवार रोड पर धनुआ गांव में जय महाबीर नाम से पटाखा फैक्ट्री है। इसके मालिक अतरसुइया थानांतर्गत मीरापुर मोहल्ला निवासी लक्ष्मण प्रसाद हैं। शुक्रवार सुबह करीब दस बजे अचानक पटाखा फैक्ट्री से आग की लपटें उठने लगीं। इसमें सुधीर (50) निवासी मीरापुर, राजा (14) उसका भाई अनुराग (15) पुत्र स्व. अशोक, विशाल (14) पुत्र स्व. राकेश भारतीय निवासी मोहिउद्दीनपुर थाना घूरपुर आग की चपेट में आ गए थे। इसमें सुधीर की मौत हो गई थी, जबकि अन्य तीनों को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसमें राजा और अनुराग की हालत गंभीर बनी हुई है।

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