इंस्पायर अवार्ड के लिए बाल विज्ञानियों से मांगे गए आइडिया Prayagraj News
जो भी विचार या प्रोजेक्ट अपलोड हों वह मौलिक होने चाहिए। जैसे दिव्यांगों के लिए उपयुक्त सहायक यंत्र जो उनके रोजमर्रा की जिंदगी में मदद करें।
प्रयागराज,जेएनएन। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से इंस्पायर इनोवेटिव अवार्ड के लिए बाल विज्ञानियों से नवोन्मेषी विचार मांगे गए हैं। कक्षा छह से 10 तक के विद्यार्थी इसमें शामिल हो सकते हैं। 26 सितंबर तक छात्र-छात्राओं को अपने स्कूल शिक्षकों के माध्यम से इंस्पायर अवार्ड साइट पर अपने प्रोजेक्ट की रूप रेखा अपलोड करनी होगी। जो भी विचार या प्रोजेक्ट अपलोड हों वह मौलिक होने चाहिए।
एक विदयालय से पांच छात्र ले सकते हैं हिस्सा
जिला विज्ञान क्लब के समन्वयक डॉ. लाल जी यादव ने बताया कि एक विद्यालय से पांच विद्यार्थी हिस्सा ले सकते हैं। इसमें किताब में लिखे उदाहरण वाले आइडिया पर विचार नहीं किया जाएगा। जो भी विचार या प्रोजेक्ट अपलोड हों वह मौलिक होने चाहिए। जैसे दिव्यांगों के लिए उपयुक्त सहायक यंत्र जो उनके रोजमर्रा की जिंदगी में मदद करें। विभिन्न फसलों के लिए उपयोगी कम लागत वाले उपकरण, दृष्टिबाधितों की मदद करने वाले विचार, सामुदायिक शौचालयों, स्कूलों, रेलवे स्टेशनों आदि पर स्वच्छता के लिए स्पर्श मुक्त तकनीक, फलों और सब्जियों को साफ रखने व उनके संरक्षण आदि के नए तरीके पर विचार किया जा सकता है।
चयनित छात्राें को 10 हजार रुपये मॉडल तैयार के लिए मिलेंगे
चयनित प्रविष्टियों की जानकारी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय को भेजी जाएगी। उसके बाद संबंधित विद्यालयों व विद्यार्थियों को जानकारी दी जाएगी। प्रत्येक चयनित विद्यार्थी को 10 हजार रुपये दिए जाएंगे। उससे वह मॉडल तैयार करेंगे। बाद में उसकी क्षेत्रीय स्तर पर प्रदर्शनी लगेगी। उसमें भी यदि मॉडल चयनित होता है तो उसे राज्य उसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रदर्शनी लगेगी।