कुंभ में म्यूजियम की आजाद गैलरी के जरिए ब्रांडिंग पर 'ग्रहण'

राज्यपाल स्तर से हरी झंडी न मिल पाने के कारण इलाहाबाद म्‍यूजियम की आजाद गैलरी पर ग्रहण लग गया है। जबकि कुंभ मेला में इस गैलरी के माध्‍यम से म्‍यूजियम ब्रांडिंग की योजना बना रहा है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 15 Oct 2018 01:47 PM (IST) Updated:Tue, 16 Oct 2018 04:02 PM (IST)
कुंभ में म्यूजियम की आजाद गैलरी के जरिए ब्रांडिंग पर 'ग्रहण'
कुंभ में म्यूजियम की आजाद गैलरी के जरिए ब्रांडिंग पर 'ग्रहण'

इलाहाबाद : कुंभ मेले में इलाहाबाद म्यूजियम जिस आजाद गैलरी के जरिए ब्रांडिंग करने की तैयारी कर रहा था, उस पर ग्रहण के बादल मंडरा रहे हैं। स्थिति यह है कि अभी तक इसके लिए राज्यपाल की ओर से स्वीकृति भी नहीं मिल सकी है। इस गैलरी में चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु आदि से जुड़ी चीजें संग्रहित की जानी है।

  कुंभ मेले को देखते हुए म्यूजियम ने भव्य आजाद गैलरी बनाने की प्लानिंग की है। म्यूजियम की ओर से कागज पर इसकी तैयारी हो रही है। हालांकि राज्यपाल की तरफ से अभी हरी झंडी नहीं मिल सकी है। दरअसल, इलाहाबाद म्यूजियम सोसायटी की ओर से यह प्रक्रिया पूरी की जानी है लेकिन अभी नई सोसायटी का गठन तक नहीं किया जा सका है। यह सोसायटी पांच साल के लिए होती है, इसके बाद यह स्वत: समाप्त हो जाती है। इसलिए 26 जून को पांच साल पूर्ण होने पर यह सोसायटी खत्म हो गई हैै, इसके नए सिरे से गठन की प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं हो सकी है। राज्यपाल इसके चेयरमैन व 13 अन्य सदस्य होते हैं।

प्रस्ताव मंत्रालय में लंबित :

आजाद गैलरी बनाने के लिए संस्कृति मंत्रालय ने कुछ माह पहले म्यूजियम से प्रस्ताव मांगा था। इसके लिए यहां से करोड़ों रुपये का प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन यह प्रस्ताव भी मंत्रालय में लंबित है। इसके अलावा अन्य चार गैलरी के लिए जो बजट आया था, उससे उन गैलरियों के सुंदरीकरण का कार्य कराया जा चुका है।

26 जून को ही इलाहाबाद म्युजियम सोसायटी का समय पूरा हो गया। अभी नई कार्यकारिणी का गठन नहीं हुआ है।  चार सदस्यों का नाम मंत्रालय भेज दिया गया है। शासन की ओर से भी कुछ नाम भेजने हैं। स्वीकृति मिलने पर हम आजाद गैलरी को तैयार करा लेंगे।

-डॉ. सुनील गुप्त, प्रभारी निदेशक म्यूजियम

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