महादेवी के घर के गृहकर का मामला मिनी सदन में उठेगा
नगर निगम द्वारा कवयित्री महादेवी वर्मा के नाम से गृहकर का बिल जारी किए जाने पर पार्षदों में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने नगर निगम के मिनी सदन में गृहकर माफी का निर्णय लिया है।
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : कवयित्री महादेवी वर्मा के नाम से नगर निगम की ओर से गृहकर का बिल जारी किया गया है। इस पर कई पार्षदों में आक्रोश व्याप्त है। उनका कहना है कि नगर निगम बार-बार कवयित्री महादेवी वर्मा का अपमान कर रहा है। इससे क्षुब्ध होकर पार्षदों ने अब मामला सदन में उठाने का निर्णय लिया है। उनका कहना है कि कवयित्री महादेवी वर्मा संगम नगरी की गौरव हैं।
अलोपीबाग के पार्षद कमलेश सिंह का कहना है कि गत वर्ष जब यह मामला प्रकाश में आया था तब मेयर को इसके लिए संकल्प पारित करवाकर गृहकर माफ कराना चाहिए था। उन्होंने केवल आश्वासन दिया। इसलिए फिर से नगर निगम ने महादेवी वर्मा के नाम गृहकर का नोटिस जारी कर दिया है। कांग्रेस पार्षद दल के नेता मुकुंद तिवारी भी इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हैं। कहा कि इस प्रकरण को सदन मे उठाकर गृहकर को माफ कराया जाएगा। पूर्व पार्षद शिव सेवक सिंह का कहना है कि इस नोटिस से समझ आता है कि निगम शहर के गौरव को लेकर कितना संजीदा है। नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी काम नहीं करना चाहते हैं।
सिविल लाइंस द्वितीय के पार्षद अशोक सिंह का कहना है कि नगर निगम के पास हर चीज का बहाना है। पहले गलती करता है, फिर उसे छिपाता है। पूर्व पार्षद और बुद्धिजीवियों का कहना है कि महादेवी वर्मा के नाम ऐसे मामले में न उठाए जाए, इसके लिए सदन का दायित्व भी है। मेयर को अपने वादे के प्रति गंभीर होने की जरूरत है। अगर वह चाह लेंगी तो सभी सभी अड़चनें दूर हो जाएंगी।