ये क्या, पटना से आए थे डाक्टर साहब, उनके कपड़े और पैसे लेकर भाग गया होटल कर्मचारी

डाक्टर मनीष मिश्र को प्रयागराज के होटल में बेहद खराब अनुभव का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए होटल कर्मचारी को कपडे धोने और प्रेस करने के लिए दिए। उसे पैसे भी दिए थे। वह कपड़े पैसे लेकर भाग गया।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 02:28 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 02:28 PM (IST)
ये क्या, पटना से आए थे डाक्टर साहब, उनके कपड़े और पैसे लेकर भाग गया होटल कर्मचारी
प्रयागराज के होटल में डाक्टर के कपडे़ और पैसे लेकर भागा कर्मचारी

प्रयागराज, जागरण संवाददाता।  बिहार की राजधानी पटना से आए डाक्टर मनीष मिश्र को प्रयागराज के होटल में बेहद खराब अनुभव का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए होटल कर्मचारी को कपडे धोने और प्रेस करने के लिए दिए। उसे पैसे भी दिए थे। वह कपड़े पैसे लेकर भाग गया। होटल मैनेजर की भी जब मिलीभगत दिखी तो डाक्टर ने इस बारे में आइजी कार्यालय जाकर शिकायत की। 

एक निजी समारोह में करनी थी शिरकत

 पटना में आलमगंज थानांतर्गत त्रिपुलिया पथरीघाट के रहने वाले डा. मनीष कुमार मिश्र पटना में डाक्टर हैं। 25 सितंबर यानि शनिवार को रेलवे के एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए शुक्रवार रात वह यहां पहुंचे। हाईकोर्ट के पास होटल का कमरा किराए पर लिया। डा. मनीष का कहना है कि रात को उन्होंने एक कर्मचारी को बुलाया और शनिवार सुबह आठ बजे तक कपड़ा धाेकर देने को कहा। छह सौ रुपये भी दिए। लेकिन तय समय में उसने कपड़ा नहीं दिया। होटल के मैनेजर को कई बार फोन भी किया गया, लेकिन कोई सही जवाब नहीं मिला। जिस कारण वे रेलवे के कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके। दोपहर तक उनका कपड़ा भी नहीं मिला। हाेटल से बाहर निकलकर उन्होंने कपड़ा खरीदा और फिर सिविल लाइंस पुलिस को तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने से इन्कार कर दिया। जिस पर उन्होंने आइजी से शिकायत कर होटल मालिक व कर्मचारी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की है।

एक अन्य मामले में नवाबगंज पुलिस की हीलाहवाली से एक पीड़ित और उसका परिवार बेहद परेशान है। पीड़ित अशरफ का आरोप है कि उस पर और उसके साथी पर पहले हमला किया गया। अब जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इसके बावजूद पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। इतना ही नहीं, अभियुक्तों के विरुद्ध कोर्ट से गैरजमानती वारंट भी जारी हुआ है, मगर पुलिस पकड़ने में हीलाहवाली कर रही है। लालगोपालगंज निवासी अशरफ पुत्र अयूब हसन ने शिकायत दिया है। इसमें आरोप है कि मो. फैजान, इमरान, मसूद समेत कई अन्य के खिलाफ जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोपितों ने अशरफ व उसके एक साथी पर लाठी, डंडा, तमंचे के बट से हमला कर घायल कर दिया था। पुलिस ने केवल अतहर व फैज को गिरफ्तार किया, लेकिन बाकी फरार हैं। वांछित आरोपित अब उसे मुकदमे में समझौता न करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।

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