प्रतापगढ़ के स्टेडियम में कोच की तैनाती की जगी आस, करीब सवा साल पहले खत्म हो गया था अनुबंध

सवा साल पहले कोरोना संक्रमण के दौरान 24 मार्च 2020 को पूरे देश में लाकडाउन घोषित किया गया तो मार्केट के साथ ही स्टेडियम भी बंद कर दिए गए थे। इसके साथ सभी कोच की संविदा समाप्त हो गई। इस बीच संविदा पर नियुक्त कोच हाईकोर्ट चले गए

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Thu, 08 Jul 2021 10:10 AM (IST) Updated:Thu, 08 Jul 2021 10:10 AM (IST)
प्रतापगढ़ के स्टेडियम में कोच की तैनाती की जगी आस, करीब सवा साल पहले खत्म हो गया था अनुबंध
आठ खेलों के कोच दशक भर पहले से थे प्रतापगढ़ के स्टेडियम में तैनात

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रतापगढ़ जनपद में लंबे अंतराल के बाद स्टेडियम में विभिन्न खेलों के कोच की तैनाती की आस जग गई है। सवा साल पहले कोच की समाप्त की गई संविदा के मामले में हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार से दो हफ्ते में जवाब तलब किया है। शहर के मीराभवन इलाके में स्थापित स्टेडियम में इनडोर और आउटडोर गेम दोनों होता है। क्रिकेट, वालीबाल, एथलीट, तलवारबाजी, फुटबाल, हाकी, हैंडबाल, कुश्ती का कैंप सवा साल पहले तक लगता था। इन खेलों में करीब तीन सौ खिलाड़ी प्रशिक्षण लेते थे। प्रशिक्षण देने के लिए आदित्य शुक्ला क्रिकेट, अजय सिंह तलवारबाजी, मनोज पाल एथलीट, बबिता हैंडबाल, विनोद यादव कुश्ती, निशा फुटबाल और संजय यादव हाकी के कोच संविदा पर रखे गए थे। जबकि क्रीड़ाधिकारी रहे केपी सिंह वालीबाल के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देते थे।

मार्च 2020 से खेल प्रशिक्षण है ठप

सवा साल पहले कोरोना संक्रमण के दौरान 24 मार्च 2020 को पूरे देश में लाकडाउन घोषित किया गया तो मार्केट के साथ ही स्टेडियम भी बंद कर दिए गए थे। इसी के साथ सभी कोच की संविदा समाप्त हो गई थी। दो महीने बाद पहली जून 2020 को अनलॉक-1 लागू किया गया तो मार्केट खुल गई थी, लेकिन स्टेडियम नहीं खोले गए। करीब छह महीने बाद अक्टूबर में स्टेडियम तो खोल दिए गए, लेकिन संविदा पर कोच की नियुक्ति नहीं की गई। स्टेडियम खुलने के बाद खिलाड़ी प्रैक्टिस करने के लिए आने लगे। वे बिना कोच के सीनियर खिलाडिय़ों के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लेते रहे। करीब छह महीने तक खिलाड़ी प्रैक्टिस करते रहे। इस बीच मई महीने में कोरोना कर्फ्यू लागू हुआ तो फिर स्टेडियम बंद कर दिया गया। कोरोना कर्फ्यू तो 31 मई को समाप्त हो गया था, लेकिन स्टेडियम पहली जून से नहीं खोला गया।

हाई कोर्ट से मिली प्रशिक्षकों को राहत

इस बीच संविदा पर नियुक्त किए गए कोच हाईकोर्ट चले गए। हाईकोर्ट से उन्हें राहत मिली और हाईकोर्ट ने कोच से काम लेते रहने का आदेश देते हुए दो हफ्ते में प्रदेश सरकार से जवाब मांग लिया है। इससे स्टेडियम में जल्द ही कोच की नियुक्ति की आस जग गई है। इस बीच दो महीने बाद स्टेडियम सोमवार को खुल गए। पहले दिन क्रिकेट, वालीबाल सहित अन्य खेलों के खिलाडिय़ों ने स्टेडियम पहुंचकर प्रैक्टिस की।

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