Hitech Informer : शातिर अपराधियों के साथ ही हर छोटी-बड़ी घटनाओं की पुलिस को देंगे सूचना Prayagraj News

प्रत्येक थाने में दो या तीन ही ऐसे मुखबिर होंगे‍ जिनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी। ये थाने में नहीं आएंगे। रास्ते में पुलिस कर्मियों से भी बात नहीं करेंगे।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 08:42 AM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2020 08:42 AM (IST)
Hitech Informer : शातिर अपराधियों के साथ ही हर छोटी-बड़ी घटनाओं की पुलिस को देंगे सूचना Prayagraj News
Hitech Informer : शातिर अपराधियों के साथ ही हर छोटी-बड़ी घटनाओं की पुलिस को देंगे सूचना Prayagraj News

प्रयागराज, [राजेंद्र यादव]। कुछ प्रभावशाली या शातिर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। फरार होने के लंबे समय के बाद ही पुलिस इनको पकड़ पाती है। इस परेशानी से निजात पाने के लिए मुखबिरों का जाल मजबूत और हाईटेक करने की तैयारी है। मसलन इनके पास स्मार्ट फोन होगा। यह भी बताया जाएगा कि वे वाट्सएप और मैसेज बॉक्स में सूचनाओं का आदान प्रदान कैसे गोपनीय ढंग से करें।

प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर समेत कई जिलों में होगी होगी

अपराधियों का गिरेबान थामने का रास्ता आसान करने के लिए पुलिस अब अपने मुखबिरों को हाईटेक करेगी। उन्हें कुछ ऐसे प्रशिक्षित भी किया जाएगा कि थानावार बनाए जाने वाले मुखबिरों के वाट्सएप ग्रुप में सूचनाओं का आदान-प्रदान बेहद गोपनीय ढंग से कर सकें। एक वाट्सएप ग्रुप जिले का भी बनेगा। 

यह व्यवस्था प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर, चित्रकूट, बांदा, महोबा व हमीरपुर में भी होगी। प्रयागराज जोन के सभी अधिकारियों को जल्द ही इस संबंध में जरूरी निर्देश दिए जाएंगे।

संख्या कम, पहचान होगी गोपनीय

प्रत्येक थाने में दो या तीन ही ऐसे मुखबिर होंगे,‍ जिनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी। ये थाने में नहीं आएंगे। रास्ते में पुलिस कर्मियों से भी बात नहीं करेंगे। इनके बारे में सिर्फ थानेदार या उच्चाधिकारियों को पता होगा।

मोबाइल के साथ मिलेगा इनाम

मुखबिरों को हाईटेक बनाने के लिए एडीजी प्रेम प्रकाश कई कदम उठाएंगे। जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं होगा, उनको यह उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही अच्छा काम करने वालों को इनाम भी दिया जाएगा।

बोले, एडीजी प्रेम प्रकाश

एडीजी प्रेम प्रकाश कहते हैं कि मुखबिरों का वाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा। हर छोटी-बड़ी सूचना देने के लिए इनको प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। शातिर अपराधियों के बारे में इनको जानकारी देने के साथ ही उनकी गतिविधियों पर नजर रखने को कहा जाएगा। एक तौर पर मुखबिर के तंत्र को और मजबूत किया जाएगा।

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