Hindi Diwas 2021: हिंदी पर गौरव करने और उसे आत्मसात करने की शिक्षकों ने बताई जरूरत

Hindi Diwas 2021 इस मौके पर विद्यार्थियों ने कहानी कविता और भाषण के जरिए हिंदी का महत्व बताया। विद्यार्थियों ने कहा कि अंग्रेजी में संबंधों का उच्चारण होठों और दांत से होता है। इससे संबंधों की आत्मीयता व मधुरता खत्म हो जाती है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 03:13 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 03:13 PM (IST)
Hindi Diwas 2021: हिंदी पर गौरव करने और उसे आत्मसात करने की शिक्षकों ने बताई जरूरत
हिंदी दिवस पर स्कूलों में विविध आयोजन किए गए। इसमें हिंदी के महत्‍व बताया गया।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। हिंदी हिंदुस्‍तान का मानबिंदु हैं। जब भाषा खत्म होगी तो देश भी नहीं बचेगा। अपनी भाषा पर गौरव करने की जरूरत है। यह हमें मुखर बनाती है। यह कहना है ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर बालिका इंटर कालेज की प्रधानाचार्य मीना श्रीवास्तव का। वह हिंदी दिवस पर विद्यालय में हुए आयोजन में विद्यार्थियों को हिंदी से जुडऩे के लिए प्रेरित कर रही थीं। 

विद्यार्थियों ने कविता भाषण के जरिए हिंदी का बताया महत्‍व

इस मौके पर विद्यार्थियों ने कहानी, कविता और भाषण के जरिए हिंदी का महत्व बताया। विद्यार्थियों ने कहा कि अंग्रेजी में संबंधों का उच्चारण होठों और दांत से होता है। इससे संबंधों की आत्मीयता व मधुरता खत्म हो जाती है। दूसरी तरफ हिंदी में बोले जाने वाले सभी संबंधों का संबोधन कंठ से होता है। इस भाषा के प्रयोग से आत्मीयता बढ़ती है। इस मौके पर विद्यालय की आचार्य नीलम शर्मा ने कहा कि हिंदी को जीवन में उतारने और आत्मसात करने की जरूरत है। इस पर गर्व करना चाहिए। कार्यक्रम में तनिष्का जायसवाल, अनुष्का राय, कोमल पांडेय, गरिमा व संतोष सेठ ने सक्रिय भागीदारी की। उधर एंग्लो बंगाली इंटर कालेज में कक्षा छह से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए सुलेख, कहानी, निबंध, वाद विवाद प्रतियोगिताएं कराई गईं। छात्रों ने इसमें खूब उत्साह दिखाया। इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य स्वास्तिक बोस, सूमी चटर्जी, अनुपम परिहार, मयंक श्रीवास्तव, अभय श्रीवास्तव, यशवंत सिंह ने भी विचार रखे।

छात्राओं ने सजाया कवि दरबार

केपी गर्ल्‍स इंटर कालेज में मंगलवार को वसुधा फाउंडेशन और लायंस क्लब के संयुक्त तत्वावधान में कवि दरबार का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने मंच पर कवि की वेशभूषा में बैठकर एक से बढ़कर एक रचनाएं पढ़ीं और खूब तालियां बटोरीं। छात्राओं ने साहित्य पुरोधाओं को नमन भी किया। इस दौरान अध्यापकों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में हुए अन्य प्रतियोगिताओं के विजेता भी पुरस्कृत किए गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य अमिता सक्सेना ने की। उन्होंने हिंदी के महत्व पर प्रकाश डाला। कहा कि नई शिक्षानीति में भी ङ्क्षहदी को तरजीह दी गई है। इससे विद्यार्थियों का मौलिक विकास होगा। मंच संचालन स्नेह सुधा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डा.राखी चौधरी ने किया। इस मौके पर ऊषा गुप्ता, संगीता अग्रवाल, रिजु श्रीवास्तव, मैथिली सिंह आदि ने विचार रखे।

chat bot
आपका साथी