बंदरगाह पर हेरोइन बरामदगी देश की सुरक्षा के लिए खतरे का आगाज, बोले कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने प्रतापगढ़ में पत्रकारों से कहा कि ड्रग्स की बड़े पैमाने पर यह बरामदगी भारतीय युवाओं के स्वास्थ्य के लिए उड़ता हिन्दुस्तान बनाने का पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान की गहरी खतरनाक साजिश का हिस्सा है।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 08:02 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 08:02 AM (IST)
बंदरगाह पर हेरोइन बरामदगी देश की सुरक्षा के लिए खतरे का आगाज, बोले कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी
प्रमोद तिवारी ने निजी नियंत्रण वाले बंदरगाह से हेरोइन की बरामदगी को देश की सुरक्षा के लिए खतरा ठहराया

प्रयागराज, जागरण संवाददाता।  वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने गुजरात के उद्योगपति के निजी नियंत्रण वाले बंदरगाह से अरबों रुपये कीमत के ड्रग्स हेरोइन की बरामदगी को देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा ठहराया है। उन्होंने कहा कि गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर अडानी के नियंत्रण के पोर्ट पर दो कंटेनर में रखी 22 हजार करोड़ की हेरोइन और अफीम पकड़ी गई है। ऐसी आशंका है कि इसके पहले भी हेरोइन का यह अवैध कारोबार लगातार भारत मे संचालित होता आ रहा था। उन्होंने कहा कि यह मसला गंभीर है और भारत सरकार को इस पर निजी संबंध से आगे उठकर देश की सुरक्षा के प्रति चौकन्नी नजर से देखते हुए कदम उठाने चाहिए।

पाकिस्तान की साजिश हो सकती है यह

प्रमोद तिवारी ने प्रतापगढ़ में पत्रकारों से कहा कि ड्रग्स की बड़े पैमाने पर यह बरामदगी भारतीय युवाओं के स्वास्थ्य के लिए उड़ता हिन्दुस्तान बनाने का पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान की गहरी खतरनाक साजिश का हिस्सा है। इस बंदरगाह के पाकिस्तान से बहुत करीब होने के कारण सामरिक दृष्टिकोण से भारत देश की सुरक्षा के लिए भी यह एक बड़े गंभीर खतरे का आगाज है। उन्होंने कहा कि हमें यह याद रखना चाहिए कि 26/11 मे जब मुंबई में आतंकवादी हमला हुआ था तो उस समय कसाब समेत दस आतंकवादी गुजरात के समुद्र तट से मुंबई में प्रवेश किए थे।

क्या व्यक्तिगत संबंध राष्ट्रहित से ज्यादा बड़ा है

प्रमोद तिवारी ने यह भी सवाल उठाया कि लखनऊ और मुंबई सहित देश के कई एयरपोर्ट अडानी को दिए गए हैं। क्या भाजपा बताएगी कि उसका व्यक्तिगत संबंध राष्ट्रहित से ज्यादा बड़ा है। उन्होंने सरकार से कहा है कि वह देश को बताएं कि करोड़ो की ड्रग्स बरामदगी के बाद भी अडानी आज बाहर कैसे हैं। केंद्र सरकार अडानी के खिलाफ तत्काल मुकदमा कायम कर इसकी निष्पक्ष जांच हाईकोर्ट के दो जजों की बेंच की निगरानी में सीबीआई से कराए।

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