आनंद गिरि की जमानत पर सुनवाई टली, आज बहस

महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपित आनंद गिरि की जमानत पर बुधवार को बहस होगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 10 Nov 2021 01:04 AM (IST) Updated:Wed, 10 Nov 2021 01:04 AM (IST)
आनंद गिरि की जमानत पर सुनवाई टली, आज बहस
आनंद गिरि की जमानत पर सुनवाई टली, आज बहस

जासं, प्रयागराज : महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपित आनंद गिरि की जमानत अर्जी पर मंगलवार को सुनवाई टल गई। अब बुधवार को जमानत अर्जी पर ईसी एक्ट के विशेष न्यायाधीश मृदुल मिश्रा की कोर्ट में बहस होगी।

आनंद गिरि की ओर से कोर्ट में अधिवक्ताओं ने बहस शुरू की तो पता चला कि जमानत प्रार्थना पत्र के साथ नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट की टाइपशुदा प्रति सीबीआइ को उपलब्ध नहीं कराई गई है। इसे उपलब्ध कराने के लिए बचाव पक्ष की तरफ से प्रार्थनापत्र देकर समय दिए जाने की मांग की गई। दोनों पक्षों की सहमति से सुनवाई के लिए 10 नवंबर की तिथि मुकर्रर की गई। बता दें कि 20 सितंबर को अल्लापुर स्थित श्री मठ बाघम्बरी गद्दी में नरेंद्र गिरि की संदिग्ध दशा में मृत्यु हुई थी। सुसाइड नोट और एफआइआर के आधार पर नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि, मंदिर के पूर्व पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर नैनी सेट्रल जेल भेजा गया था। इस बहुचर्चित मामले की जांच सीबीआइ मुख्यालय से आई टीम कर रही है।

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ईडी के सामने ढीली पड़ी माफिया अतीक अहमद की अकड़

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : योगी आदित्यनाथ की सरकार में हुई ताबड़तोड़ कार्रवाई ने माफिया अतीक अहमद को पस्त कर दिया है। चल अचल संपत्तियों की बर्बादी के बाद उसकी कमर टूटी है। गुजरात की साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की प्रयागराज यूनिट की टीम के सामने रोने लगा। पूछताछ करने वाले अधिकारियों से बोला, 'मुझे बर्बाद कर दिया गया।'

प्रयागराज पुलिस के रिकार्ड में माफिया के रूप में चिह्नित पूर्व सांसद अतीक और उसके गुर्गो की करीब 350 करोड़ रुपये कीमती चल अचल संपत्ति पिछले दो सालों के दौरान जब्त की गई है। कई स्थानों पर बुलडोजर भी चलाया गया। यूं तो मायावती के शासनकाल में भी अतीक के चकिया स्थित कार्यालय पर बुलडोजर चला था, मगर योगी राज में दफ्तर ही नहीं, प्रयागराज विकास प्राधिकरण से नक्शा पास करवाए बिना निर्मित घर को भी ढहा दिया गया। इसके बाद अतीक की बीवी और बच्चों ने रिश्तेदारों के घर पनाह ली। आसपास के जिलों तथा कई राज्यों में कुख्यात रहे अतीक और उसके गुर्गो की दबंगई ऐसी कार्रवाई से खत्म सी हो चली है। प्रवर्तन निदेशालय की प्रयागराज इकाई ने तीन जून 2019 से साबरमती की जेल में बंद अतीक के विरुद्ध कई माह पहले मनीलांड्रिग का केस दर्ज किया था।

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