आनंद गिरि के नार्को टेस्ट की अर्जी पर आज सुनवाई

महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपित आनंद गिरि बंधवा स्थित लेटे हनुमान मंदिर के पूर्व पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी का नार्को टेस्ट कराए जाने संबंधी सीबीआइ की अर्जी पर सोमवार को सुनवाई होगी। नैनी सेट्रल जेल में बंद अभियुक्तों को वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए कोर्ट में पेश कराया जाएगा। आरोपित के अधिवक्ता टेस्ट कराने को लेकर दी गई अर्जी का विरोध करने की तैयारी में हैं। यदि आनंद अथवा अन्य अभियुक्तों ने टेस्ट को लेकर अपनी सहमति जताई तो सीबीआइ अपनी जांच आगे बढ़ाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 01:26 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 01:26 AM (IST)
आनंद गिरि के नार्को टेस्ट की अर्जी पर आज सुनवाई
आनंद गिरि के नार्को टेस्ट की अर्जी पर आज सुनवाई

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपित आनंद गिरि, बंधवा स्थित लेटे हनुमान मंदिर के पूर्व पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी का नार्को टेस्ट कराए जाने संबंधी सीबीआइ की अर्जी पर सोमवार को सुनवाई होगी। नैनी सेट्रल जेल में बंद अभियुक्तों को वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए कोर्ट में पेश कराया जाएगा। आरोपित के अधिवक्ता टेस्ट कराने को लेकर दी गई अर्जी का विरोध करने की तैयारी में हैं। यदि आनंद अथवा अन्य अभियुक्तों ने टेस्ट को लेकर अपनी सहमति जताई तो सीबीआइ अपनी जांच आगे बढ़ाएगी।

बहुचर्चित मामले की जांच कर रही सीबीआइ ने आरोपितों से सच उगलवाने के लिए कोर्ट में उनका नार्काे टेस्ट कराने की अर्जी है। करीब तीन हफ्ते से ज्यादा समय बीत चुका है लेकिन प्रयागराज में डेरा जमाए सीबीआइ अफसर अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सके हैं। कहा जा रहा है कि नार्काे टेस्ट होने की दशा में राज से पर्दा हट जाएगा। उधर आरोपितों के अधिवक्ता विजय द्विवेदी तथा अन्य का तर्क है कि आनंद गिरि पहले ही सीबीआइ की पूछताछ में कह चुके हैं कि उन्हें नार्को टेस्ट कराने में कोई आपत्ति नहीं है, मगर वह तभी टेस्ट करवाएंगे जब अन्य संदिग्ध लोगों का भी हो। जानकारों का कहना है कि यदि आनंद गिरि ऐसी ही मांग करते हैं तो सीबीआइ उनसे उस संदिग्धों का नाम पूछ सकती है, जिनका नार्को टेस्ट वह चाहते हैं। अखाड़ा परिषद की बैठक से आठ अखाड़ों ने किया किनारा

शरद द्विवेदी, प्रयागराज : अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद में खींचतान बढ़ गई है। नए अध्यक्ष के चुनाव को लेकर 25 अक्टूबर को बैठक प्रस्तावित है और 13 में आठ अखाड़ों ने खुद को अलग कर लिया है। फिलहाल जूना, अग्नि, आह्वान, श्रीनिरंजनी व अटल अखाड़ा ने ही बैठक के लिए सहमति दी है। हर अखाड़ा अध्यक्ष पद पर दावेदारी कर रहा है। कुछ ने खुलकर पद मांगा है, जबकि कुछ अंदरखाने जोड़तोड़ में जुटे हैं। ऐसे में सर्वानुमति से फैसले की संभावना नहीं दिखती। आसार हैं कि बैठक टल जाएगी।

अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की 20 सितंबर को मृत्यु हो गई थी। अध्यक्ष पद खाली है। नए अध्यक्ष का चुनाव करने के लिए 25 अक्टूबर को श्रीनिरंजनी अखाड़ा के दारागंज स्थित आश्रम में अखाड़ों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। अध्यक्ष पद के लिए श्रीमहानिर्वाणी व श्रीनिरंजनी अखाड़ा के संत प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। इसके अलावा जूना, वैष्णव संप्रदाय के तीनों अनी अखाड़ों, निर्मल, बड़ा उदासीन, नया उदासीन अखाड़ा भी अध्यक्ष पद चाहते हैं। प्रस्तावित बैठक पर भी सहमति नहीं बन पाई है। बिना पूछे तारीख तय करने की वजह से खुद को बैठक से अलग कर लिया है। कार्यकारी अध्यक्ष वैष्णव अखाड़ा परिषद श्रीमहंत राजेंद्र दास कहते हैं कि अखाड़ा परिषद की बैठक मनमाने तरीके से तय की गई है। इसी कारण वैष्णव संप्रदाय के अखाड़ों ने बहिष्कार का निर्णय लिया है। बड़ा उदासीन अखाड़ा के संत तथा अखाड़ा परिषद प्रवक्ता श्रीमहंत व्यास मुनि का भी यही कहना है कि तारीख तय करने से पहले राय नहीं ली गई, इसलिए हमारा अखाड़ा इसमें शामिल नहीं होगा। उधर अखाड़ा परिषद महामंत्री महंत हरि गिरि के अनुसार अध्यक्ष पद पर दावा करना हर अखाड़े का अधिकार है, जिसका सम्मान किया जाएगा। निर्णय आपसी सहमति से ही होगा।

'बैठक की तारीख तय करने के बाद मुझे बताया गया कि आपको अध्यक्षता करनी है। मुझे 23 अक्टूबर को दिल्ली जाना है,वहां से 26 को लौटूंगा, इसलिए मैं बैठक में नहीं रहूंगा।'

श्रीमहंत देवेंद्र शास्त्री, कार्यवाहक अध्यक्ष अखाड़ा परिषद

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