हत्या से पहले इंद्रदेव शिकायत लेकर गए थे थाने, पुलिस ने नहीं लिया था संज्ञान, लापरवाही बनी हत्या की वजह Prayagraj News
इंद्रदेव मिश्रा की पत्नी का आरोप है कि कुछ समय पहले खुद उनके पति इस मामले में पूरे परिवार के साथ थाने गए थे। पुलिस को बताया था कि आरोपित लगातार धमकियां दे रहे हैं। लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी थी और फटकार कर भगा दिया था।
प्रयागराज, जेएनएन। जिले के खीरी थाना क्षेत्र के सिरहिर गांव के किसान इंद्रदेव मिश्रा की हत्या के मामले में स्वजनों ने पुलिस पर ही अंगुली उठा दी है। पुलिस पर लापरवाही बरतने का साफ आरोप लगाया है। जमीन के विवाद को लेकर कई बार थाने जाकर शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने कभी मामले को गंभीरता से नहीं लिया, जिस पर आरोपितों के हौसले बुलंद होते गए और 17 जनवरी को इंद्रदेव की लाठी-डंडे और सब्बल से मारकर हत्या कर दी गई थी।
आरोपितों की गिरफ्तारी में मिली असफलता
इंद्रदेव की हत्या के दो दिन बीत चुके हैं, लेकिन नामजद आरोपितों में एक भी पुलिस के हाथ नहीं लगा है। पुलिस का दावा है कि सभी की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है। वहीं मृतक के स्वजनों का आरोप है कि पुलिस कुछ नहीं कर रही है। वह सिर्फ गिरफ्तारी को लेकर औपचारिका ही निभा रही है।
स्वजनों के साथ खुद थाने गए थे इंद्रदेव
इंद्रदेव मिश्रा की पत्नी का आरोप है कि कुछ समय पहले खुद उनके पति इस मामले में पूरे परिवार के साथ थाने गए थे। पुलिस को बताया था कि आरोपित लगातार धमकियां दे रहे हैं। पूरे परिवार को खत्म करने की बात कह रहे हैं, जिससे पूरा परिवार भयभीत है। लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी थी और फटकार कर भगा दिया था।
ताबड़तोड़ हत्याओं से सहमे लोग
खीरी थाना क्षेत्र में सप्ताह भर के भीतर ही दूसरी बड़ी घटना हुई है। 10 जनवरी को लालतारा के आभूषण व्यवसायी गया प्रसाद सोनी के पुत्र शिवम को अगवा करने के बाद हत्या कर दी गई थी। मामले में आठ आरोपित गिरफ्तार जा चुके हैं। अभी यह घटना क्षेत्र के लोग भुला भी नहीं सके थे कि 17 जनवरी की सुबह सिरहिर के इंद्रदेव मिश्रा को मौत के घाट उतार दिया गया। इसी प्रकार कुछ माह पहले लालतारा के रोजगार सेवक संजय शुक्ला उर्फ सत्येंद्र शुक्ला की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद पालपट्टी के सौरभ की गला काटकर हत्या कर दी गई थी।