Guru Poornima 2020 : गुरु के चरणों में झुके शीश, घरों से ऑनलाइन हो रही पूजा Prayagraj News
Guru Poornima 2020 आज गुरु पूर्णिमा है। कोरोना वायरस ने शिष्य-गुरु के बीच दूरी बना दी है। शिष्य डिजिटल माध्यम से गुरुओं की पूजा कर रहे है। मठ-मंदिरों में आयोजन नहीं होंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण ने गुरु और शिष्य के बीच की दूरी बढ़ा दी है। यह दिलों की दूरी नहीं है, और न ही कोई मनमुटाव के कारण बल्कि फिजिकल डिस्टेंसिंग के कारण है। लेकिन शिष्यों के मन में गुरुओं के प्रति आस्था कम नहीं हुई है। गुरु पूर्णिमा के शुभ दिन घरों में गुरु पूजे जा रहे हैं। यानी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लोग घरों में ही गुरु का पूजन कर रहे हैं।
श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी में गुरु वंदन
श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी में गुरु पूर्णिमा भक्ति भाव से मनाई जा रही है। इस अवसर पर अपने गुरु श्री रामसेवक गिरी महाराज का पूजन-अर्चन किया गया। श्री विष्णु महाराज ने गुरु पूजन किया। हालांकि सीमित संख्या में भक्तों ने गुुरु पूजन किया।
आज है गुरु पूर्णिमा का पर्व, आरएसएस कार्यकर्ताओं ने किया पूजन
गुरु के प्रति आस्था, भक्ति व समर्पण प्रकट करने का पर्व गुरु पूर्णिमा रविवार को मनाया जा रहा है। हर वर्ष गुरु पूर्णिमा पर गुरु के दर्शन-पूजन करने के लिए देश के विभिन्न शहरों से भक्त प्रयागराज आते थे। वहीं इस बार कोरोना संक्रमण के कारण गुरुजनों ने दूसरे शहरों में रहने वाले अपने शिष्यों को आश्रम आने से मना किया है। वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने नैनी के अवंतिका शाखा में परमपूज्य भगवा ध्वज का गुरु स्वरूप पूजन किया गया। अवंतिका शाखा के वरिष्ठ स्वयंसेवक मदन मंडल के आवास पर पूजन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। शाखा के सभी स्वयंसेवक इस अवसर पर उपस्थित रहे।
वीडियो कॉलिंग, फेसबुक व यूट्यूब लाइव के जरिए होगा गुरु पूजन
ऐसे में घर से वीडियो कॉलिंग, फेसबुक व यूट्यूब लाइव के जरिए शिष्य अपने गुरु के दर्शन-पूजन कर सकेंगे। गुरु अपना संदेश सोशल मीडिया के इन्हीं माध्यमों से शिष्यों तक पहुंचाएंगे। इस अवसर पर मठ बाघंबरी गद्दी में इस बार कोई आयोजन नहीं होगा। गद्दी के पीठाधीश्वर व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि वीडियो कॉलिंग, फेसबुक व यूट्यूब लाइव के जरिए संदेश व दर्शन भक्तों को देंगे। आश्रम आने वाले चुनिंदा भक्तों को चरण पादुका का ही पूजन करने की अनुमति होगी।
दंडी संन्यासी आश्रम में भी कोई कार्यक्रम नहीं होगा
अरैल स्थित सच्चा बाबा आश्रम में भी रौनक नहीं होगी। दंडी संन्यासी आश्रम में भी कोई कार्यक्रम नहीं होगा। ओम नम: शिवाय आश्रम में भंडारा व कीर्तन नहीं होगा। भक्तों को गुरु के चित्र अथवा चरण पादुका का पूजन करने को कहा गया है। जहां चुनिंदा शिष्यों को आने की अनुमति है, वहां मास्क लगाने, सैनिटाइजर व थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा।
15 फिट दूर से होगा चरण पादुका का पूजन
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य जगद्गुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती के अलोपीबाग स्थित आश्रम में बाहर के भक्तों को आने से रोक दिया गया है। आश्रम में शिष्यों ने गुरु के चरणों को धोकर पूजन और अर्चन किया। सुबह नौ से 12 बजे तक शिष्य उनके दर्शन कर सके। फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ भक्त 15 फिट की दूरी से उनकी चरण पादुका का पूजन किया। सोशल मीडिया के जरिए उनका संदेश प्रसारित किया जाएगा।
भक्त दिन भर गुरु का पूजन कर सकते हैं
ज्योतिर्विद आचार्य देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी बताते हैं कि पूर्णिमा तिथि रविवार को सुबह 9.42 बजे तक रहेगी। उदया तिथि के कारण दिन भर प्रभाव रहेगा। भक्त दिन भर गुरु का पूजन कर सकते हैं, लेकिन पौने दस बजे के पहले पूजन करना विशेष लाभदायक रहेगा। उन्होंने बताया कि गुरु का पूजन करने के बाद ही भक्त को जल व अन्न ग्रहण करना चाहिए।